प्लास्टिक के कैरेट से किसानों को खुशहाल बनाने की पहल
बागवानी विभाग द्वारा जिले के सब्जी एवं फल उत्पादक किसानों को प्लास्टिक कैरेट के माध्यम से खुशहाल बनाने की पहल की गई है। जिले के किसानों को पचास प्रतिशत की राशि के अनुदान पर प्लास्टिक कैरेट दो योजनाओं के तहत दिया जा रहा है। समंवित बागवानी विकास एजेंसी व राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत जिले के किसानों को प्लास्टिक कैरेट दिए जा रहे हैं। एक प्लास्टिक कैरेट की कीमत 25
जागरण संवाददाता, नूंह:
बागवानी विभाग द्वारा जिले के सब्जी एवं फल उत्पादक किसानों को प्लास्टिक कैरेट के माध्यम से खुशहाल बनाने की पहल की गई है। जिले के किसानों को पचास प्रतिशत की राशि के अनुदान पर प्लास्टिक कैरेट दो योजनाओं के तहत दिया जा रहा है। समंवित बागवानी विकास एजेंसी व राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत जिले के किसानों को प्लास्टिक कैरेट दिए जा रहे हैं। एक प्लास्टिक कैरेट की कीमत 258 रुपये है। एक किसान को विभाग 100 कैरेट अनुदान पर देगा। किसानों को यह पचास प्रतिशत राशि छूट पर दिए जा रहे हैं। दूर होगी किसानों की परेशानी:
किसानों के सब्जी, फल व फूलों को मंडियों में ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। बिना कैरेट के सब्जियों व फलों में काफी नुकसान होता है, लेकिन कैरेट में फल, सब्जी व फूलों को आसानी से मंडियों में ले जा सकते हैं। विभाग द्वारा इस योजना का लाभ किसानों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जा रहा है। इस योजना का लाभ लेने के लिए अभी तक 4600 किसानों ने आवेदन किया है। सीधे बैंक खाते में आएगी राशि:
विभाग द्वारा सभी दस्तावेजों की जांच के बाद कैरेट के लिए दी जाने वाली अनुदान राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में आएगी, जिस किसान ने इस योजना में बीते वर्ष लाभ उठाया है, उनको अब इस योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। किसानों को इस बार विभाग द्वारा 5000 कैरेट अनुदान पर देने का लक्ष्य रखा गया है। कैरेट के लिए 4600 किसान आवेदन कर चुके हैं। कैरेट से किसानों को अपनी सब्जियों व फलों को मंडी ले जाने में आसानी होगी। किसानों के लिए यह बेहतर योजना है।
डॉ. नितेश कुमार, जिला बागवानी सलाहाकार अधिकारी।