पशु अस्पताल में चिकित्सक की तैनाती को लेकर सौंपा ज्ञापन
तहसील के सबसे बड़े गांव साकरस में बने पशु अस्पताल में पशु चिकित्सक का पद कई साल से खाली पड़ा है। चिकित्सक नहीं होने से पशुपालक परेशान हैं।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका: तहसील के सबसे बड़े गांव साकरस में बने पशु अस्पताल में पशु चिकित्सक का पद कई साल से खाली पड़ा है। चिकित्सक नहीं होने से पशुपालक परेशान हैं। पशु बीमार होते हैं तो उनका इलाज नहीं हो पाता, जिसके चलते उनकी मौत हो जाती है। ग्रामीणों ने बुधवार को एसडीएम फिरोजपुर झिरका को ज्ञापन देकर चिकित्सक की तैनाती कराने की मांग की है। पंचायत समिति सदस्य समीम अहमद, अब्दुल सलाम, तालिम, आस मोहम्मद, इलियास ने बताया कि उनके गांव में पशु अस्पताल तो बना, लेकिन उसमें नियमित रूप से चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं हुई। अस्पताल में चिकित्सक न होने से गांव के अधिकांश पशुपालक अपने पशुओं को लेकर परेशान हैं। इस अस्पताल के अंतर्गत 15 से अधिक गांव आते हैं। जिन्हें अपने पशुओं को लेकर बाहरी जगहों पर इलाज के लिए जाना पड़ता है। पंचायत समिति सदस्य समीम अहमद ने बताया कि क्षेत्र में रोजगार के संसाधन न होने के चलते यहां के अधिकांश लोग पशुपालक का व्यवसाय करके अपनी आजीविका चलाते हैं। लेकिन कुछ सालों से पशुओं में फैल रही तरह-तरह की बीमारियों से पशुपालक परेशान हैं। समय पर इलाज न मिलने के चलते पशुओं की मृत्यु का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।