दो सत्र बाद भी मरोड़ा आइटीआइ में नहीं मिली इंटरनेट सेवा
प्रदेश की सबसे बड़ी मरोड़ा आइटीआइ संसाधनों की कमी से जूझ रही है। जहां एक ओर ना तो अभी तक आइटीआइ में बेहतर बिजली आपूर्ति मुहैया कराई गए है वहीं दूसरी ओर आइटीआइ इंटरनेट से भी नहीं जुड़ पाई है। यहां कार्यरत ¨प्रसिपल व अनुदेशक अपने मोबाइल से कंप्यूटर को कनेक्ट कर अपना काम चला रहे हैं..
जागरण संवाददाता, नूंह : प्रदेश की सबसे बड़ी मरोड़ा आइटीआइ संसाधनों की कमी से जूझ रही है। आइटीआइ में दो सत्र पूरे हो चुके है लेकिन यह इंटरनेट सेवा से जुड़ पाई है। यहां कार्यरत ¨प्रसिपल व अनुदेशक अपने मोबाइल से कंप्यूटर को कनेक्ट कर अपना काम चला रहे हैं। हालांकि आइटीआइ के परिसर में अब जीओ का वाईफाई लगवाया गया, लेकिन वह भी अभी तक चालू नहीं हो पाया है। वहीं बीएसएनएल अधिकारियों का कहना है कि जब भी आइटीआइ प्रबंधन रुपये जमा करा देगा, लाइन बिछा दी जाएगी।
बता दें, कि सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर नूंह जिले के गांव मरोड़ा में प्रदेश की सबसे बड़ी आइटीआइ का निर्माण कराया था। लेकिन खर्च किए गए रुपयों के मुताबिक यहां छात्रों और कर्मचारियों को सुविधाएं नहीं मिल पाई। सरकार व संबंधित विभाग केवल बिल्डिंग तक ही सीमित रहा। यहां सुविधाओं की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया। आइटीआइ में लगभग दो सत्र पूरे हो चुके हैं, लेकिन अभी तक यह इंटरनेट की सुविधा व बिजली आपूर्ति मुहैया से महरूम है। ऐसे में आइटीआइ का कार्यालय संबंधी कामकाज भी प्रभावित रहता है। ऐसे में अब ऑनलाइन दाखिले भी चल रहे हैं जिससे कर्मचारियों के सामने भारी परेशानी आ रही है। हालांकि यहां तैनात कर्मचारी मोबाइल से जुगाड़ लगाकर जैसे-तैसे काम चला रहे हैं। लेकिन उच्चाधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी कोई हल नहीं निकल रहा है। आइटीआइ में इंटरनेट सेवा नहीं है। इससे कामकाज जरूर प्रभावित हो रहा है। लेकिन हमने इसके लिए बजट भेज रखा है। बजट पास होते ही उक्त राशि बीएसएनएल को दे दी जाएगी। इसके बाद आइटीआइ में इंटरनेट सुविधा होगी।
हरज्ञान ¨सह, ¨प्रसिपल मरोड़ा आइटीआइ।