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करोड़ों की लागत से बनाई आइटीआइ अनदेखी का शिकार

बिजली-पानी की सुविधा न होने के कारण जिले के कस्बा पिनगवां में करोड़ों रुपये की लागत से बनी हुई आईटीआई सरकार की अनदेखी का शिकार ही रही है। आईटीआई करने वाले छात्र-छात्राओं

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 05:02 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 05:02 PM (IST)
करोड़ों की लागत से बनाई आइटीआइ अनदेखी का शिकार
करोड़ों की लागत से बनाई आइटीआइ अनदेखी का शिकार

जागरण संवाददाता, पिनगवां:

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बिजली-पानी की सुविधा न होने के कारण जिले के कस्बा पिनगवां में करोड़ों रुपये की लागत से बनी हुई आइटीआइ सरकार की अनदेखी का शिकार हो रही है। आइटीआइ करने वाले छात्र-छात्राओं की कक्षाएं करीब 10 किलोमीटर दूर नगीना आइटीआइ में लगाई जा रही है। जिसके चलते छात्रों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

बता दें, कि 15 मार्च 2014 को प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा, शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल, परिवहन मंत्री आफताब अहमद ने पिनगवां आइटीआइ का उद्घाटन किया था। करोड़ों रुपये की लागत से बनी हुई इस बि¨ल्डग में बिजली-पानी की सुविधा न होने के कारण आइटीआइ की क्लास नगीना आइटीआइ में लगाई जा रही हैं। पिनगवां के आसपास से करीब 800 बच्चे नगीना आइटीआइ में शिक्षा ग्रहण करते हैं, लेकिन भाजपा सरकार में इन 4 सालों में कांग्रेस द्वारा बनाए गए आइटीआइ भवन में क्लास तक शुरू नहीं करवाई। अपने आप में सबका साथ सबका विकास करने वाली भाजपा सरकार जिले के साथ एक सौतेला व्यवहार कर रही है। क्षेत्र के बच्चों को यहां से 10 किलोमीटर दूर नगीना आइटीआइ में पढ़ने के लिए जाना पड़ता है इससे समय और धन की बर्बादी हो रही है। बिजली का कनेक्शन न होने के कारण क्लास नहीं लग रही है। जैसे ही बिजली का कनेक्शन लग जाएगा क्लास शुरू हो जाएगी। फाइल लग चुकी है जल्द ही कनेक्शन मिल जाएगा।

हरज्ञान ¨सह, ¨प्रसिपल आइटीआइ नगीना।


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