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पुन्हाना के पांच गांवों में बनेंगे पशु अस्पताल

पुन्हाना से लगते हुए 5 गांवों को जल्द ही पशु अस्पताल की सौगात मिल पाएगी। जिससे क्षेत्र में पशु पालन को बढ़ावा मिलने के साथ ही दूध की कमी भी पूरी हो पाएगी..

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Oct 2018 06:57 PM (IST)Updated: Mon, 01 Oct 2018 06:57 PM (IST)
पुन्हाना के पांच गांवों में बनेंगे पशु अस्पताल
पुन्हाना के पांच गांवों में बनेंगे पशु अस्पताल

जागरण संवाददाता, पुन्हाना : पुन्हाना से लगते हुए 5 गांवों को जल्द ही पशु अस्पताल की सौगात मिलेगी। जिससे क्षेत्र में पशु पालन को बढ़ावा मिलने के साथ ही दूध की कमी भी पूरी हो गी। 30 सितंबर को पुन्हाना अनाज मंडी में हुई विकास रैली में बतौर मुख्यातिथि आए कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ द्वारा इसकी घोषणा की गई है। उम्मीद है कि सरकार द्वारा जल्द ही इस घोषणा पर काम करते हुए विधानसभा चुनाव से पहले ही पशु अस्पताल बनवा दिए जाएंगे। पशु अस्पताल बनने से पशु पालकों को पशुओं की बीमारी के लिए दूर-दराज नहीं जाना पड़ेगा।

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बता दें कि वर्तमान में क्षेत्र के लोगों का पशु पालन व कृषि मुख्य व्यवसाय है। दोनों व्यवसाय से यहां के लोग अपने परिवार का गुजारा करते हैं। क्षेत्र में पशु अस्पतालों के साथ ही डॉक्टरों की भारी कमी है। जिससे पशुओं के बीमार होने पर पशु पालकों को उनका ईलाज कराने के लिए दूर-दराज के शहर में लेना पड़ता है।इस बीच कई बार सही इलाज न हो पाने से पशुओं की मौत भी हो जाती है। इस निर्णय से पशु पालकों को लाभ होगा। इन गांवों में बनेंगे पशु अस्पताल :

पुन्हाना विधानसभा के गांव गुलालता, जैंवत, ¨सहरी-सिगलहेडी, तेड़ व लहरवाड़ी गांव में पशु अस्पताल बनाए जाएंगे। अस्पताल के निर्माण कार्य पर करीब डेढ़ करोड रुपये की लागत आएगी। इन गांवों से लगते आस-पास के गांवों के पशु पालकों को भी अस्पताल का लाभ मिल पाएगा। पशु पालक होंगे खुशहाल :

पशु अस्पताल खुलने से लोगों का पशु पालन की ओर रुझान बढ़ेगा। इससे न केवल पशु पालक दूध बल्कि गोबर से बनने वाली देसी खाद्य से होने वाली आमदनी से खुशहाल हो पाएंगे। इससे लोगों को रोजगार का नया अवसर पर मिलेगा। डॉक्टरों की नियुक्ति पर भी देना होगा ध्यान :

भाजपा सरकार ने पुन्हाना के गांवों में पशु अस्पताल बनवाने की घोषणा तो कर दी, लेकिन पहले से ही बने अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है। जिससे पशु पालकों को अस्पतालों का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिसको देखते हुए सरकार को पशु डॉक्टरों की भी व्यवस्था करानी होगी।


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