खुले में कूड़ा जलाकर बिगाड़ रहे क्षेत्र की आबोहवा
बीते दिनों हुई बारिश से क्षेत्र के वायु गुणवत्ता सूचकांक में जबरदस्त सुधार हुआ। लेकिन हवा का यूं स्वस्थ होना भी लोगों को नागवार गुजरा और लोग खुले में कूड़ा जलाकर एक बार फिर क्षेत्र की आबोहवा को बिगाड़ने पर तुले हुए है।
संवाद सहयोगी, तावडू: बीते दिनों हुई बारिश से क्षेत्र के वायु गुणवत्ता सूचकांक में जबरदस्त सुधार हुआ। लेकिन हवा का यूं स्वस्थ होना भी लोगों को नागवार गुजरा और लोग खुले में कूड़ा जलाकर एक बार फिर क्षेत्र की आबोहवा को बिगाड़ने पर तुले हुए हैं।
नगर के बाईपास पर दोनों ओर प्लास्टिक और अन्य कचरा जलाकर खुलेआम नियम कायदों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, लेकिन प्रशासन है कि कई बार शिकायत मिलने के बावजूद कुंभकरणी नींद सोया हुआ है। 10 जनवरी को क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक 60 पर आ गया था जिसे स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है। लेकिन कुछ कबाड़ियों के साथ दुकानदार भी उनके प्रतिष्ठानों से निकले कचरे को जलाकर वातावरण को प्रदूषित करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। शासन-प्रशासन तो जैसे इनके लिए कुछ है ही नहीं।
हालांकि, बीते दिनों बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए जिला उपायुक्त ने नगर पालिका सहित स्थानीय थाना प्रभारियों को भी खुले में कूड़ा जलाने पर चालान करने के साथ ही कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। उसके बावजूद पुलिस प्रशासन अभी भी इनमें से किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाया है। अभी तक स्थानीय पुलिस ने खुले में कूड़ा जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना तो दूर उन्हें नोटिस तक नहीं दिए गए हैं, जिसके चलते इनके हौसले और बुलंद हो गए हैं। सोमवार को एक बार फिर प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक स्तर 200 से ऊपर जा पहुंचा जिसे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से क्षेत्र में कोहरे और ठंड पड़ रही है। ऊपर से जहरीली होती हवा के कारण बीमार और बुजुर्गों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है। नगर में कूड़ा जलाने वाले कई दुकानदारों का चालान किया गया है। रही बात कबाड़ियों द्वारा कूड़ा कचरा जलाने की उन पर भी नगर पालिका प्रशासन नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करेगा। मौके पर टीम भेजकर रिपोर्ट ली जाएगी।
- सुनील रंगा, सचिव नगर पालिका, तावडू