गोहत्या को रोकने के लिए 18 दिवसीय यात्रा का नूंह में समापन
गोहत्यारों को मुआवजा दे रही है प्रदेश सरकारगोहत्यारों को मुगोहत्यारों को मुआवजा दे रही है प्रदेश सरकारगोहत्यारों को मुआवजा दे रही है प्रदेश सरकारआवजा दे रही है प्रदेश सरकार
फोटो-2एमडब्ल्यूटी,16जेपीजी।
जागरण संवाददाता, नूंह: केंद्र व प्रदेश की मौजूदा सरकारों को गोरक्षा के लिए चुना गया था। प्रदेश सरकार ने गोहत्या के खिलाफ कानून बनाकर कुछ हद तक गोहत्या रोकने का प्रयास किया। लेकिन अब मौजूदा हालातों में लगता है कि प्रदेश व केंद्र सरकार गोहत्या को रोकने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही हैं। यदि सरकार ने समय रहते गोहत्या को रोकने के लिए जरूरी कदम नहीं उठाए तो गोरक्षक देशव्यापी आंदोलन करेंगे। यह बातें रविवार को अनाज मंडी में आयोजित गोरक्षण किसान संवर्धन जन आंदोलन यात्रा के समापन के मौके पर यात्रा के संयोजक योगेंद्र ने कहीं।
उन्होंने बताया कि यात्रा की शुरुआत 16 अगस्त को महेंद्रगढ के नांगल चौधरी से की गई थी। इस 18 दिवसीय यात्रा के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में सभाएं की गईं तथा समापन के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया कि यदि सरकार ने गोहत्या रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए तो सभी गोरक्षक अगले चुनावों में उनके खिलाफ वो¨टग करेंगे। यात्रा में शामिल गोरक्षक दल महिला ¨वग की राष्ट्रीय अध्यक्ष साध्वी कमल दीदी ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार गोहत्यारों को मुआवजा दे रही है। जबकि गोरक्षकों के खिलाफ केस दर्ज कर रही है। गोरक्षक विक्रांत के हत्यारों का कुछ नहीं हुआ। भारती अरोडा को गोहत्या रोकने के लिए लगाया गया था। उन्होंने जरा सख्ती दिखाई तो उन्हें हटा दिया गया। मेवात में बिरयानी में गोमांस मिलने के बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
कोलगांव के अकबर को गोतस्कर बताते हुए उन्होंने कहा कि बिना जांच कराए सरकार ने उन्हें 8 लाख रुपये मुआवजा दे दिया। ¨ल¨चग के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि गोरक्षक किसी की हत्या नहीं करता। भीड करती है।
अगला प्रदेश राजस्थान:
हरियाणा के बाद अब गोरक्षा यात्रा राजस्थान में होगी। इस यात्रा को सितंबर के अंतिम सप्ताह से शुरु कर दिया जाएगा। इसी तरह से यह यात्रा देश के सभी प्रांतों में निकाली जाएगी। समाज के सभी लोगों को जागरुक किया जाएगा। ताकि वे गोहत्यारी सरकारों के खिलाफ वो¨टग कर सकें। इस मौके पर गोरक्षक दल के प्रदेश उपाध्यक्ष आचार्य आजाद, संरक्षक स्वामी सूर्य प्रकाश, मौनी बाबा, आचार्य कर्मवीर, नूंह से मुनेश फौजी, बलजीत ¨सह व उमेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।