मौसम की उठापटक, फसलों को लेकर सहमे किसान
पिछले दो दिनों से हो रही हल्की बारिश क्षेत्र के किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। दरअसल इस समय क्षेत्र के किसानों ने अपने खेतों में बाजरा, कपास और धान की फसल की बिजाई की हुई है..
जागरण संवाददाता, नूंह : पिछले दो दिनों से हो रही हल्की बारिश क्षेत्र के किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। दरअसल इस समय क्षेत्र के किसानों ने अपने खेतों में बाजरा, कपास और धान की फसल की बिजाई की हुई है। अमूमन यहां बाजारे की फसल खेतों में पकी खड़ी है और कपास के ¨टडे भी पूरी तरह से खिल चुके हैं। जहां बाजरे की कटाई शुरू होने के कगार पर है वहीं कपास की ¨टडे से निकालने का काम भी जारी है। लेकिन मौसम की उठापटक से क्षेत्र का किसान अपनी तैयार दोनों फसल को लेकर सहमा हुआ है।
क्षेत्र में अगर बारिश का सिलसिला जारी रहा है तो बाजरे और कपास की फसल को भारी नुकसान पहुंच सकता है। उधर मौसम विभाग ने हरियाणा में अगले 48 घंटे तक तेज बारिश और तूफान की संभावना जताई है। वहीं मौसम विभाग की भविष्यवाणी को लेकर स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। फिरोजपुर झिरका के उपमंडल अधिकारी नागरिक प्रशांत अटकान ने लघुसचिवालय स्थित बाढ़ राहत केंद्र बनाया है, जिसमें कर्मचारियों को तैनात किया गया है।
बता दें कि समस्त नूंह जिले के किसानों ने करीब 26 हजार 600 हेक्टेयर रकबे में बाजरे और करीब छह हजार हेक्टेयर में कपास की फसल की बिजाई की है। पिछले कई वर्षो की तुलना में इस बार बाजरे की बंपर पैदावार इलाके में देखी जा रही है। वहीं मुनाफे को लेकर इस बार करीब एक हजार हेक्टेयर रकबा कपास का भी बढ़ा है। लेकिन अचानक बिगड़े मौसम ने किसानों के माथे पर न केवल ¨चता की लकीर खींच दी है बल्कि उन्हें उनकी फसल के खराब होने का खतरा भी दिखाई दे रहा है। उधर कृषि विभाग के अनुसार अभी जिले में फसल खराब होने की कोई सूचना नहीं है। अगर बारिश जारी रहती है तो दोनों फसलों को नुकसान हो सकता है। 30 से 35 एमएम के बीच हुई बारिश :
जिले में रविवार शाम से शुरू हुई बारिश सोमवार करीब तीन बजे तक रुक-रुक कर जारी रही। हालांकि बारिश हल्की जरूर रही। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिले में 30 से 35 एमएम के बीच ही बारिश हुई है। जो ज्यादा नहीं है। हालांकि इससे तैयार फसलों में नमी जरूर आएगी। लेकिन तुरंत नुकसान का आंकलन नहीं किया जा सकता। किसानों की सुनें :
किशनलाल, मनोज, ताहिर, असलम, मुबारिक, देवीराम, इकबाल सहित क्षेत्र के अन्य किसानों ने बताया कि फिलहाल जो क्षेत्र में बारिश का दौर जारी है। इससे फसलों में ज्यादा नुकसान तो नहीं हुआ है। लेकिन अगर आगे बारिश होती है तो निश्चित तौर पर बाजरा और कपास की फसल खराब हो जाएगी। जिसे मंडियों में उचित दामों पर नहीं खरीदा जा सकेगा। यही हाल कपास की फसल का भी है। जिले में 30 से 35 एमएम के बीच बारिश हुई है। जिसे ज्यादा नहीं कह सकते। हालांकि अगर मौसम खराब रहता है तो इससे जरूर फसलों में नुकसान होगा। फिलहाल तुरंत फसलों में नुकसान का आंकलन नहीं किया जा सकता। अगर कहीं फसल खराब हुई है तो उसकी गिरदावरी कराई जाएगी।
डॉ. अजीत ¨सह, एसडीओ कृषि विभाग।