सरसों की फसल की समय पर ¨सचाई करें किसान
सरसों की फसल में सही समय पर ¨सचाई करने से पैदावार में बढ़ोतरी होती हैं। यदि वर्षा अधिक होती हैं तो फसल को ¨सचाई की आवश्यकता नहीं होती हैं, लेकिन वर्षा समय पर न हो तो इस फसल के लिए ¨सचाई बहुत ही आवश्यक है। पहली ¨सचाई बिजाई के 30-40 दिन बाद (फूल आने से
जागरण संवाददाता, नूंह:
सरसों की फसल में सही समय पर ¨सचाई करने से पैदावार में बढ़ोतरी होती हैं। यदि वर्षा अधिक होती हैं तो फसल को ¨सचाई की आवश्यकता नहीं होती हैं, लेकिन वर्षा समय पर न हो तो इस फसल के लिए ¨सचाई बहुत ही आवश्यक है। पहली ¨सचाई बिजाई के 30-40 दिन बाद (फूल आने से पहले) व दूसरी ¨सचाई 70-80 दिन के समय में किसानों को करनी चाहिए। कृषि विभाग के एसडीओ डॉ. अजीत ¨सह के अनुसार अगर सरसों की खेती को वैज्ञानिक तरीके से किया जाए। तो निश्चित तौर पर किसान इस फसल से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसके लिए किसानों को फसल की बिजाई के बाद से ही अपनी फसल के स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए। इससे उनकी फसल की बेहतर पैदावार को सकती है। नूंह जिले में सरसों की फसल को बड़े पैमाने पर उगाया जाता है। ऐसे में किसानों को कुछ सावधानी अवश्य बरतनी चाहिए। उन्होंने बताया कि विभाग का प्रयास किसानों को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करना है। जिसे ध्यान में रखकर वह कार्य कर रहे हैं। ऐसे में किसानों को अपनी फसलों के प्रति सचेत होने की जरूरत है।