जिले को कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र मिलने की जगी उम्मीद
जिले के किसानों को कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र मिलने की उम्मीद एक बार फिर से जगी है। नगीना खंड के गांव नांगल मुबारिकपुर में पंचायत की 35 एकड़ जमीन का हाल में उच्चाधिकारियों ने दौरा कर रिर्पोट को तैयार कर सरकार के समक्ष भेज दिया है। जिससे जिले को कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र मिलने की पूरी उम्मीद है। पूर्व में जिले के किसानों
संवाद सहयोगी, नगीना : जिले के किसानों को कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र मिलने की उम्मीद एक बार फिर से जगी है। खंड के गांव नांगल मुबारिकपुर में पंचायत की 35 एकड़ जमीन का हाल में उच्चाधिकारियों ने दौरा कर रिपोर्ट को तैयार कर सरकार के समक्ष भेज दी है। इससे जिले को कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र मिलने की पूरी उम्मीद है।
पूर्व में जिले के किसानों को पलवल जिले पर निर्भर रहना पड़ता था। कृषि विज्ञान केंद्र के लिए इससे पहले जिले में कई स्थानों पर जगह देखी गई। सही जगह नहीं मिलने के कारण इसको बनाने में देरी जरूर हुई है, लेकिन जिले के साथ नगीना क्षेत्र के लोगों की दशकों पुरानी मांग के पूरा होने की उम्मीद है।
जिले के लोगों ने कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र बनवाने की मांग को लेकर कई बार धरना प्रर्दशन भी किया था। इसके अलावा सरकार से बार-बार मांग करते हुए पत्र भी भेजा था। वहीं फिरोजपुर झिरका में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक रैली में लोगों की इस मांग को पूरा कराने का आश्वासन दिया था। लोगों को मिलेगी नई जानकारी
कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र द्वारा जिले के किसानों को नई तकनीक के साथ पशुपालन, मुर्गी पालन, रोजगार के विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण सहित अन्य तमाम प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से जिले के लोगों को आगे बढ़ने के अवसर दिए जाएंगे। क्षेत्र के लोगों ने जताया आभार
नांगल मुबारिकपुर व क्षेत्र के मोहम्मद आजम, अब्बास, आस मोहम्मद पूर्व पंच, हुकमीचंद सैनी, हाजी इसराईल, होशियार, नूर मोहम्मद, हाजी इकबाल, मुबीन, सरफुद्दीन, महाबीर प्रसाद, रजत जैन, दिनेश कुमार जाटका, जुबेर अहमद सहित सैंकड़ों किसानों ने प्रदेश सरकार व का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों के हित के लिए ये बहुत अहम कदम है। इससे भविष्य में किसानों को कृषि संबंधी सारी जानकारी समय पर मिल सकेगी। चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के उच्च अधिकारियों ने गांव नांगल मुबारिकपुर में जमीन को देखा है। यह सारा प्लान उच्चाधिकारियों को भेजा गया है। हमें पूरी उम्मीद है, कि जल्द जिले को कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र की सौगात मिलेगी। वैसे यहां पर 50 एकड़ की जरूरत थी, लेकिन ग्राम पंचायत ने 35 एकड़ जमीन दी है।
- डा. अजीत सिंह, एसडीओ कृषि विभाग नूंह