पुलिस बेपरवाह खनन माफिया बेलगाम
जिले में पुलिस की लापरवाही से खनन माफिया पूरी तरह से बेलगाम हो रहे हैं। अवैध खनन कोर्ट व सरकार के आदेश के बावजूद भी जिले में रूकने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन जिले में अवैध खनन के मामले सामने आ रहे हैं। यह सब पुलिस प्रशासन अधिकारियों व खनन माफिया की मिली भगत खूब फल-फूल रहा है। सरकार ने इसे रोकने के लिए जिला स्तर पर जिला टॉस्क फोर्स का गठन भी किया हुआ है। उसके बाद भी रूकने का नाम नहीं ले रहा है। जिसका कारण है पुलिस प्रशासन व खनन माफिया की मिली
जागरण संवाददाता, नूंह : जिले में पुलिस की लापरवाही से खनन माफिया पूरी तरह से बेलगाम हो रहे हैं। कोर्ट व सरकार के आदेश के बावजूद जिले में अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन जिले में अवैध खनन के मामले सामने आ रहे हैं। यह सब पुलिस, प्रशासन अधिकारियों व खनन माफिया की मिली भगत खूब फल-फूल रहा है।
सरकार ने अवैध खनन रोकने के लिए जिला स्तर पर जिला टॉस्क फोर्स का गठन भी किया हुआ है। उसके बाद भी खनन कार्य बदस्तूर जारी है। इसका कारण है पुलिस, प्रशासन व खनन माफिया की मिलीभगत। पुलिस व प्रशासन के आंकड़े ही बता रहे है कि खनन माफिया को पुलिस व प्रशासन का कोई डर नहीं है। जिले के सभी खंडों की अरावली पर्वत श्रृंखला में अवैध खनन का कार्य चल रहा है। इन जगहों से लोग डंपर व ट्रैक्टर-ट्राली के माध्यम से अवैध पत्थर चोरी कर ला रहे हैं। इन जगहों पर हो रहा अवैध खनन :
नूंह के पल्ला, रेहना, खोड़-बसई, तावडू के भंगोह, माल्हाका, साल्हाका, पचगांव, कोटा, चाहलका, धुलावट, पुन्हाना के तुशैनी, लुहिगकलां, गोधोला, तिगांव, बडेड, पिनगवां के झिमरावट व शाहचौखा, फिरोजपुर झिरका बसई मेव, घाटा शमशाबाद, रवा, बघोला, चितौड़ा, महूं, नहारिका व नगीना खंड के नांगल मुबारिकपुर, घाघस, कंसाली गांवों में अवैध खनन माफिया पूरी तरह से सक्रिय है। अवैध खनन रोकने के लिए टास्क फोर्स
जिले में अवैध खनन को रोकने के लिए टास्क फोर्स गठित की गई है, जिसकी जिम्मेदारी अवैध खनन पर निगरानी रखने और रोकने की हैं। इसके चेयरमैन उपायुक्त, एसपी मेंबर, आरटीए सचिव मेंबर, पर्यावरण क्षेत्रीय अधिकारी, वनमंडल अधिकारी व जिला माइनिग अधिकारी भी शामिल है। हाईकोर्ट के निर्देशानुसार संबंधित थाना प्रभारी की जिम्मेदारी भी तय की गई है। जनवरी से मई तक सामने आए मामले :
अवैध खनन के जिले में इस वर्ष जनवरी से मई माह तक 25 मुकदमे दर्ज किए गए है। इनमें पांच तावडू, सात नूंह, दो फिरोजपुर झिरका, दो पुन्हाना, आठ पिनगवां व एक रोजका मेव थाने का मामला भी शामिल है। अधिकतर मामले मिलीभगत के चलते निपटा लिए जाते हैं। पुलिस प्रशासन द्वारा अवैध खनन माफिया से सख्ती से निपटा जाएगा। अगर कहीं पर अवैध खनन किया जा रहा है, तो उसे पूरी तरह से बंद किया जाएगा। हाईकोर्ट के आदेशों की पूरी तरह से पालना की जाएगी।
- इंद्रजीत सिंह, डीएसपी नूंह
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