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रिपोर्ट पर खरा उतरने वाले प्राइमरी स्कूल होंगे अपग्रेड

सरकार प्रदेश के उन समस्त प्राइमरी स्कूलों को मिडिल तक अपग्रेड करेगी जो फिजिबलिटी रिपोर्ट पर खरे हैं। सरकार के आदेश पर शिक्षा विभाग ने ये खाका तैयार करना भी शुरू कर दिया है। डीईईओ ने जिले के समस्त बीईओ को भी ये आदेश जारी कर दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Jan 2019 06:09 PM (IST)Updated: Sun, 27 Jan 2019 06:09 PM (IST)
रिपोर्ट पर खरा उतरने वाले प्राइमरी स्कूल होंगे अपग्रेड
रिपोर्ट पर खरा उतरने वाले प्राइमरी स्कूल होंगे अपग्रेड

सुनील शर्मा, तावडू : सरकार प्रदेश के उन समस्त प्राइमरी स्कूलों को मिडिल तक अपग्रेड करेगी जो फिजिबिलिटी रिपोर्ट पर खरे उतरे हैं। सरकार के आदेश पर शिक्षा विभाग ने ये खाका तैयार करना भी शुरू कर दिया है। जिला मौलिका शिक्षा अधिकारी कपिल पूनिया (डीईईओ) ने जिले के समस्त बीईओ को भी ये आदेश जारी कर दिए हैं। मंगलवार तक बीईओ को डीईईओ कार्यालय में इस संदर्भ में रिपोर्ट प्रेषित करने के आदेश हैं। उसके तुरंत बाद डीईईओ द्वारा ये रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दी जाएगी।

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पांचवीं के बाद कोसों दूर जाकर शिक्षा करने वाले बच्चों के लिए ये राहत भरी खबर है। निदेशक मौलिक शिक्षा हरियाणा द्वारा प्रदेश के समस्त जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को भेजे पत्र में कहा गया है कि विभाग ने निर्णय लिया है कि जो विद्यालय विभागीय नॉर्म को पूरा करते हैं उनके मामलों को शीघ्रता से देखा जाए। इसलिए सभी मौलिक शिक्षा अधिकारी अपने जिले की राजकीय प्राथमिक पाठशालाौं जो मिडिल तक अपग्रेड करने के लिए नार्म पूरे करते हैं, उनकी सारिणी बनाकर अपग्रेड करने के लिए स्कूलों की फिजिबलिटी रिपोर्ट बनाकर विभाग को शीघ्र प्रेषित करें। प्राइमरी स्कूलों के अपग्रेडेशन की मांग काफी समय से जिले में उठती रही है। जिले में हैं 479 प्राइमरी स्कूल

नूंह जिले में पांचवीं तक के 479 स्कूल हैं। सरकार ने 19 नए प्राइमरी स्कूलों की भी मंजूरी दे दी है। इस सत्र में इन स्कूलों का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। वहीं मिडिल स्कूलों की बात करें तो जिले में 266 मिडिल स्कूल हैं। वहीं सूत्रों के अनुरूप मिडिल अपग्रेडेशन को लेकर जिले के लगभग 100 प्राइमरी स्कूलों के फिजिबिलिटी रिपोर्ट पर खरा उतरने की उम्मीद है। फिजिबलिटी रिपोर्ट में ये जानकारी :

स्कूलों को अपग्रेड करने को लेकर जो फिजिबलिटी रिपोर्ट मांगी गई है उसमें पांचवीं तक के स्कूल में छात्र संख्या, स्कूल की जमीन, दूसरे विद्यालय से दूरी, कमरों की संख्या का विवरण शामिल है। बच्चों की उम्मीदों को लगेंगे पंख :

अब गांव के बच्चों को प्राइमरी की शिक्षा के बाद दूसरे गांवों तक दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। बेटियों की शिक्षा को लेकर तो विभाग की ये पहल मील का पत्थर साबित होगी। वहीं जिले में ड्रापआउट में भी कमी आएगी। उच्च अधिकारियों के आदेश का अनुपालन शुरू हो चुका है। जिले के समस्त बीईओ से इस संदर्भ में मंगलवार तक रिपोर्ट प्रेषित करने को कहा है। दो बीईओ ने तो रिपोर्ट भेज भी दी है। डीईईओ कार्यालय द्वारा बुधवार को उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी जाएगी।

- कपिल पूनिया, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी नूंह


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