सूक्ष्म सिचाई से 70-80 प्रतिशत पानी की बचत
नूंह जिले के तावडू खंड के गांव जौरासी में जिला बागवानी विभाग द्वारा एक दिवसीय सूक्ष्म सिचाई (प्रति बूंद अधिक फसल) प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के तहत एक शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें ग्रामीण बच्चे बुजुर्ग व महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस कार्यक्रम में सूक्ष्म सिचाई प्रणाली की ओवदन व अनुदान प्रक्रिया के बारे में जागरूक किया गया।
जागरण संवाददाता, नूंह : तावडू खंड के गांव जौरासी में जिला बागवानी विभाग द्वारा एक दिवसीय सूक्ष्म सिचाई (प्रति बूंद अधिक फसल) प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के तहत एक शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें ग्रामीण बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस कार्यक्रम में सूक्ष्म सिचाई प्रणाली की ओवदन और अनुदान प्रक्रिया के बारे में जागरूक किया गया। इस मौके पर जिला बागवानी अधिकार रघबीर सिंह झोरड़ ने बताया कि विभाग द्वारा किसानों को टपका सिचाई प्रणाली के लिए अनुदान दिया जा रहा है। लेकिन जानकारी के अभाव में किसान विभाग की इस योजना से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में किसानों को देश व प्रदेश के भविष्य को ध्यान में रखते हुए पानी की बचत करने के लिए आगे आना चाहिए। विभाग द्वारा ड्रिप प्रणाली पर 70-80 व फव्वारा प्रणाली पर 40-50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। विभाग की इस योजना का जिले के सैकड़ों किसानों ने लाभ उठाया है। ऐसे में उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वह विभाग की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए उनके कार्यालय में हर कार्यदिवस पर संपर्क कर सकते हैं। छोटे व बड़े सभी किसानों को विभाग द्वारा लाभांवित किया जा रहा है। इस मौके पर जिला बागवानी विकास अधिकारी राकेश व जिला बागवानी सलाहकार अधिकारी डा. नितेश कुमार ने भी किसानों को विभाग की योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वर्तमान में बागवानी विभाग किसानों के उत्थान के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है।