18 के बाद खोलूंगा जुबां पर लगा ताला: दुष्यंत
मुख्य संस्करण के लिए - सांसद दुष्यंत के बोल, दादा जी ही होंगे भावी मुख्यमंत्री, हिसार से ही लडूंगा लोकसभा चुनाव फोटो नं 4
जागरण संवाददाता, नारनौल: इनेलो से निलंबित सांसद दुष्यंत चौटाला मंगलवार को चुपचाप से नजर आए। कहा कि गोहाना रैली के बाद वह आहत व दुखी जरूर हैं लेकिन जो लोग संगठन को बिखरने का प्रयास कर रहे हैं। उनको मालूम होना चाहिए कि अजय चौटाला ने भी संगठन को खड़ा करने में 40 साल लगाए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला परिवार के मुखिया हैं। अपने दादा (ओम प्रकाश चौटाला) के खिलाफ कोई टिप्पणी सुनना भी पंसद नहीं करेंगे। आने वाले समय में दादा ही भावी मुख्यमंत्री होंगे। हिसार उनकी कर्मभूमि रही है, इसलिए वही से वह लोस चुनाव लड़ेंगे। 18 अक्टूबर तक उनकी जुबां पर ताला लगा है। उसके बाद यह ताला खुलेगा तो नई रणनीति का ऐलान होगा।
मंगलवार को दुष्यंत चौटाला के दौरे के दौरान इनेलो के कुछ नेताओं ने दूरी बनाए रखी, लेकिन जिला युवा कार्यकारिणी के अधिकांश नेताओं ने पूरे जोश के साथ भाग लिया। अपने सभी कार्यक्रमों में लगभग तीन घंटे की देरी से चल रहे दुष्यंत चौटाला के स्वागत के लिए लोग सड़कों पर घंटों खड़े रहे। उनके स्वागत के दौरान आया-आया सीएम आया, के नारे भी लगे। जिले में आज उनका पहला कार्यक्रम गांव तिगरा में था। वह गांव पटीकरा, हुडा सेक्टर में इनेलो नेता कंवर ¨सह कलवाड़ी, संजीव गुप्ता के पेट्रोल पंप, हुडा सेक्टर में अजय एडवोकेट व नांगल चौधरी के गांव मोरुण्ड में कांशीराम के निवास पर भी गए। इस दौरान उन्होंने कुछ नपे-तुले शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि इनेलो की प्रदेश में आंधी चल गई है। आने वाले चुनाव में उनकी पार्टी की सरकार सत्ता में अवश्य आएगी। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वे इनेलो के सच्चे सिपाही हैं और रहेंगे। पार्टी से निलंबन के सवाल पर नो कमेंट कहकर चुप हो गए। हां इतना जरूर कहा कि 18 अक्तूबर के बाद इसका उचित जवाब दे सकेंगे।