दिन व रात को मौसम प्रतिकूल, फसल को हो सकती है हानि
संस, कनीना : क्षेत्र में विगत करीब दस दिनों से रात को पाला पड़ रहा है वहीं दिन के समय तेज
संस, कनीना : क्षेत्र में विगत करीब दस दिनों से रात को पाला पड़ रहा है वहीं दिन के समय तेज धूप खिल रही है इसके चलते खड़ी सरसों एवं गेहूं की फसल को हानि होने की संभावना बन गई है। किसानों के चेहरे पर ¨चता की रेखाएं स्पष्ट दिख रही हैं। बच्चों एवं बूढ़ों में बीमारियां फैलने लगी हैं।
कनीना क्षेत्र में जनवरी माह से लगातार मौसम बदलता जा रहा है। दो दिन धुंध पड़ी वहीं बाद में लगातार पाला पड़ता आ रहा है। किसान अजीत ¨सह, सूबे ¨सह, राजेंद्र ¨सह, कृष्ण ¨सह, रोहित कुमार आदि ने बताया कि लगातार पाला पड़ने से खड़ी सरसों एवं गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है। किसानों ने बताया कि बड़ी मेहनत से फसल उगाई है जिसको नुकसान होने की संभावना बन गई है।
उल्लेखनीय है कि कनीना क्षेत्र में करीब 20 हजार हेक्टेयर पर सरसों की तो करीब दस हजार हेक्टेयर पर गेहूं की फसल उगाई गई है। फसल बड़ी हो चली है। सरसों में पीले पीले फूल आए हुए हैं जो इंगित कर रहे हैं कि जल्द ही फसल पककर तैयार हो जाएगी। वसंत पंचमी भी 22 जनवरी को पड़ रही है। वसंत पंचमी के पावन पर्व के पास आने पर भी मौसम में इतना परिवर्तन देख किसान परेशान हैं।
किसानों ने बताया कि इस वक्त धुंध एवं कोहरा भी फसलों के लिए हानिकारक है वहीं अधिक तापमान भी नुकसान दायक हो सकता है। किसानों का कहना है कि इसी प्रकार ताप बढ़ता रहा तो खड़ी सरसों की फसल के फूल गिर सकते हैं और बेहतर पैदावार नहीं हो पाएगी। गेहूं की फसल अभी बड़ी नहीं हुई है। लगातार पाला पडऩे से फसल की फलियां नष्ट हो जाएंगी। यदि इस वक्त बारिश हो जाए तो हो सकता है कि नुकसान कम हो पाएगा।
पूर्व खंड कृषि अधिकारी डॉ. देवराज यादव का कहना है कि अभी तक जिस दर से ठंड पड़ रही है तथा पाला पड़ रहा है वो नुकसानदायक नहीं हो सकता है क्योंकि रात के समय पाले को दिन के समय धूप नष्ट कर देती है। उनका मानना है कि लगातार तेज धूप पड़ी तो वो सरसों के फूलों को गिरा देगी।