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ग्रामीणों ने क्रशर संचालकों के खिलाफ डीसी को सौंपा ज्ञापन

क्रशर ग्राइंडर के डस्ट से प्रदूषण से नाराज बायल के ग्रामीणों ने सोमवार को उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने जिला उपायुक्त से कहा कि क्रशरों की धूल से समूची बस्ती प्रदूषण की जद में है जिससे ग्रामीण घुट घुटकर जीने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त से क्रशर ग्राइंडर मशीनों पर कार्रवाई की मांग की है। जिला उपायुक्त ने ग्रामीणों को हर संभव कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 06:16 PM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 06:16 PM (IST)
ग्रामीणों ने क्रशर संचालकों के खिलाफ डीसी को सौंपा ज्ञापन
ग्रामीणों ने क्रशर संचालकों के खिलाफ डीसी को सौंपा ज्ञापन

संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी: क्रशर ग्राइंडर के डस्ट से प्रदूषण से नाराज बायल के ग्रामीणों ने सोमवार को उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने जिला उपायुक्त से कहा कि क्रशरों की धूल से समूची बस्ती प्रदूषण की जद में है, जिससे ग्रामीण घुट घुटकर जीने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त से क्रशर ग्राइंडर मशीनों पर कार्रवाई की मांग की है। जिला उपायुक्त ने ग्रामीणों को हर संभव कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

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ग्रामीणों ने कहा कि गांव बायल तहसील नांगल चौधरी में अवैध रूप से लगभग 65 क्रशर ग्राइंडर प्लांट चल रहे हैं, जिससे प्रदूषण भारी मात्रा में फैल रहा है। प्रदूषण से आम जन जीवन प्रभावित हो रहा है। इसके साथ फसल भी बर्बाद होने लग रही है। मवेशियों के लिए हरे चारे का भी संकट बढ़ने लगा है। क्योंकि इन सभी खेतों में इन प्लांटों की डस्ट से सफेद चादर बिछी हुई है। क्रशर ग्राइंडर प्लाट के नजदीक सरकारी स्कूल व अस्पताल भी है। जहां बच्चों व मरीजों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने उपायुक्त को बताया कि क्रशर संचालक ना तो नियमों का पालन करते हैं और न ही पानी का छिड़काव करते हैं। क्षेत्र का एक्यूआइ 400 के पार पहुंच गया है, लेकिन फिर भी जिला प्रशासन व प्रदूषण नियंत्रण विभाग इनको बंद नही कर रहे हैं। इस संबंध में प्रदूषण विभाग के एसडीओ मोहित मुदगिल ने बताया कि बायल में करीब 44 स्टोन ग्राइंडर यूनिट चालू है। जिनकी विभाग द्वारा समय समय पर जांच की जाती है। इस संदर्भ में एनजीटी में एक मीटिग होनी है। इसके बाद फिर से स्टोन ग्राइंडर यूनिटों की जांच की जाएगी। नियमों की अनदेखी करने वाले स्टोन ग्राइंडर मशीनों पर कार्रवाई की जाएगी।


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