दुर्घटनाओं का सबब बन रही पेड़ों की टहनियां
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी : नारनौल-कोटपुतली राष्ट्रीय राजमार्ग पर लटकती पेड़ों की टहनि
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी :
नारनौल-कोटपुतली राष्ट्रीय राजमार्ग पर लटकती पेड़ों की टहनियां वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। पहले यही राजमार्ग दस था, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे नेशनल हाइवे घोषित कर दिया। सड़क मार्ग को पूर्व में ही हरा-भरा बनाने व आस-पास के क्षेत्र सहित वाहन चालकों को प्रदूषण से निजात दिलाने के उद्देश्य से सड़क किनारे लगाए गए पेड़ अब विभागीय लापरवाही की वजह से दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।
विभाग की ओर से पेड़ों की टहनियों को कटवाए एक दशक से भी अधिक का समय बीत गया है। इससे अब ये टहनियां दोनों ओर से सड़क को ढंके हुए हैं। हालात यह बन गए है कि नारनौल-कोटपुतली मार्ग सहित प्रमुख सड़क मार्गों पर टहनियां इस कदर फैल गई हैं कि वाहन चालक बमुश्किल ही गुजर पाते है। इससे दुपहिया वाहन चालकों के बचने तक की जगह नहीं रह गई है। सबसे अधिक परेशानी वाहन चालकों को रात के समय होती है। सड़क पर फैली पेड़ों की टहनियों से बचने की जगह नहीं होने पर दुपहिया वाहन चालकों को भी दुर्घटना का अंदेशा रहता है। भोजावास, सिरोही बहाली, दताल, नांगल नूनियां, अमरपुरा, थनवास, बूढ़वाल, रायपुर सहित कई स्थानों पर यह समस्या है। इन मार्गों पर पेड़ों की टहनियां सड़क पर आगे तक झुकी हुई हैं।
रात को दिखाई नही देता वाहन:
इस मार्ग पर कई अंधे मोड़ भी है। इन पर सड़क किनारे लगे पेड़ों की टहनियां इतनी झुकी हुई हैं कि रात्रि के समय वाहन के घूमने के दौरान टहनियां सड़क के अधिक हिस्से से तक झुकी होने से सामने का वाहन भी नजर नहीं आता है। इससे जरा सी चूक दुर्घटना का कारण बन जाती है।