समर्थन मूल्य पर फसल बेचने को पोर्टल पर देना होगा ब्योरा
किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल बेचने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए सरकार ने ई-दिशा पोर्टल लांच किया है। किसान को अगर अपनी फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचनी है तो उसे 15 सितंबर तक इस पोर्टल पर जाकर मेरी फसल-मेरा ब्यौरा में खरीफ फसल का विवरण भरना होगा। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा. गरिमा मित्तल ने बताया कि जिले में यह व्यवस्था अच्छी तरह से लागू हो इसके लिए गत दिनों राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र की ओर से सभी सीएससी सेंटरों व
जागरण संवाददाता, नारनौल
किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल बेचने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए सरकार ने ई-दिशा पोर्टल लांच किया है। किसान को अगर अपनी फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचनी है तो उसे 15 सितंबर तक इस पोर्टल पर जाकर मेरी फसल-मेरा ब्योरा में खरीफ फसल का विवरण भरना होगा।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा. गरिमा मित्तल ने बताया कि जिले में यह व्यवस्था अच्छी तरह से लागू हो इसके लिए गत दिनों राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र की ओर से सभी सीएससी सेंटरों व अटल सेवा केंद्रों के आपरेटरों को प्रशिक्षण दिया गया है। इन केंद्रों पर कोई भी किसान अपनी फसल का ब्योरा बिना किसी फीस के दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा किसान अपने स्मार्ट फोन व इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए खुद भी ब्योरा भर सकते हैं। इस पोर्टल पर किसानों द्वारा डाली जाने वाली सूचना को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी अपने स्तर पर तस्दीक करेंगे। वहीं राजस्व विभाग के पटवारी जमीन से जुड़ी सूचनाओं का मिलान करेगा। इस पोर्टल पर दी जाने वाली सूचना को किसी अन्य कानूनी क्लेम के लिए प्रयोग में नहीं लाया जा सकेगा।
-----------
बॉक्स: यह प्रक्रिया करनी होगी पूरी:
किसान या तो सीएससी सेंटर पर आकर अपनी फसल का ब्योरा दे सकता है या खुद भी इंटनरेट के माध्यम से अपना ब्योरा दे सकता है। जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी जैनेंद्र अग्रवाल ने बताया कि इसके लिए सबसे पहले ई-दिशा जीओवी डॉट इन पर लॉग इन करना होगा। यहां पर मेरी फसल, मेरा ब्योरा का ¨लक मिलेगा जहां पर क्लिक करते ही एक अलग ¨वडो खुलेगी। इसमें सबसे पहले किसान को फसल का विवरण भरने के लिए जिला, तहसील, गांव, सीजन, मंडी क्षेत्र, जमीन किसके नाम है तथा खेवट नंबर की जानकारी भरनी होगी। इसके बाद सर्च पर क्लिक करते हुए जमीन का रिकार्ड का मिलान होगा। इसके बाद आगे फसल, काश्तकार का नाम व बैंक खाते आदि की जानकारी भरने के बाद मोबाइल पर कोड आएगा। इस कोड को भरने के बाद प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
------------
अगेती फसल पककर तैयार, इसी सप्ताह कटाई संभव
संवाद सहयोगी, कनीना
कनीना क्षेत्र में बाजरे की अगेती फसल पक गई है। इसकी एक सप्ताह में कटाई शुरू होने के आसार हैं। ज्यों ही मौसम खुल जाएगा किसान कटाई में लग जाएंगे। क्षेत्र में 17 हजार हेक्टेयर में बाजरे की बिजाई हुई है। अगेती फसल पककर तैयार है वहीं पछेती फसल पकने में कुछ समय और लगने की संभावना है। किसान गजराज ¨सह मोड़ी, सूबे ¨सह कनीना, अजीत कुमार ढाणा, अजीत कुमार कनीना, कृष्ण कुमार कनीना आदि ने बताया कि 15 सितंबर तक माना जा रहा है कनीना क्षेत्र की मंडियों में बाजरे की आवक शुरू हो जाएगी।