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छह महीने की अवधि पूरा करना आइएएस व आइपीएस के लिए बनी चुनौती

ए भाई जरा देख के चलो। मेरा नाम जोकर फिल्म का यह गाना इन दिनों जिले के आला अफसरों पर सटीक चरितार्थ हो रहा है। निवर्तमान उपायुक्त आरके सिंह के स्थानांतरण के बाद इस गाने को ताजा कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 03:31 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 03:31 PM (IST)
छह महीने की अवधि पूरा करना आइएएस व आइपीएस के लिए बनी चुनौती
छह महीने की अवधि पूरा करना आइएएस व आइपीएस के लिए बनी चुनौती

बलवान शर्मा, नारनौल:

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ए भाई जरा देख के चलो। मेरा नाम जोकर फिल्म का यह गाना इन दिनों जिले के आला अफसरों पर सटीक चरितार्थ हो रहा है। निवर्तमान उपायुक्त आरके सिंह के स्थानांतरण के बाद इस गाने को ताजा कर दिया गया है। हालांकि निवर्तमान उपायुक्त आरके सिंह को छोड़ दें तो आइएएस अधिकारी तो फिर भी ठीक-ठाक समय बिता पा रहे थे पर आइपीएस अधिकारियों के लिए तो छह माह की अवधि पूरा करना भी कठिन चुनौती बना हुआ है। पिछले छह साल में केवल दो आइपीएस अधिकारी ही एक साल व आठ महीने तक महेंद्रगढ़ जिले की पिच पर जम पाए। शेष की तो छह महीने में ही विकेट गिर गई। देखने वाली बात यह है कि प्रदेश के दक्षिण के अंतिम छोर पर स्थित महेंद्रगढ़ जिले में अधिकारी रहना नहीं चाहते हैं या फिर कोई और कारण है, यह तो जांच का विषय है। हां इतना तो तय है कि जब जिले का मुखिया ही कुछ समय यहां पर ठीक ढंग से नहीं बिता पाएगा तो न तो सही ढंग से विकास होगा और न ही अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों पर कोई अंकुश लगेगा। इन हालात में विकास की गति पर तो ग्रहण लगेगा ही, साथ ही जनता के कार्य भी नहीं होंगे और भ्रष्टाचार पर भी नियंत्रण करना संभव नहीं हो पाएगा।

अब आइएएस अधिकारी आरके सिंह की बात करें तो वे महेंद्रगढ़ में बतौर उपायुक्त 10 जून को कार्यभार संभाला था और 20 अक्टूबर को उनके स्थानांतरण के आदेश आ गए। अभी चार महीने पूरे होने में भी दस दिन का समय शेष था। इतनी जल्दी स्थानांतरण क्यों और किन कारणों से हो गया, यह तो जांच का विषय है। हालांकि उनसे पहले जगदीश शर्मा करीब एक साल पूरा करके गए हैं। उन्होंने 12 जून 2019 को कार्यभार संभाला था और 10 जून 2020 को उनका स्थानांतरण हुआ। आइएएस अधिकारी गरिमा मित्तल करीब दो साल तक यहां रहीं। उन्होंने 14 सितंबर 2017 को कार्यभार संभाला था और 12 जून 2019 को उनका स्थानांतरण हो गया। आइएएस राजनारायण कौशिक ने 15 अगस्त 2016 को यहां बतौर उपायुक्त कार्यभार संभाला था और 14 सितंबर 2017 को उनका स्थानांतरण हो गया। खैर आइपीएस अधिकारियों की स्थिति सर्वाधिक चितनीय नजर आ रही है।

बाक्स -----

ये रही है महेंद्रगढ़ जिले के पुलिस कप्तानों की स्थिति

बलवान सिंह राणा 7-8-14 से 23-11-14

बलबीर सिंह 23-11-14 से 6-3-15

बलवान सिंह राणा 9-3-15 से 3-10-15

मनीषा चौधरी 4-10-15 से 5-4-16

हामिद अख्तर 5-4-16 से 22-4-17

अनिल धवन 22-4-17 से 30-9-17

कमलदीप गोयल 17-11-17 से 5-8-18

विनोद कुमार 5-8-18 से 20-2-19

चंद्रमोहन 20-2-19 से 23-8-19

दीपक सहारन 23-8-19 से 18-2-20

सुलोचना गजराज 18-2-20 से 30-8-20


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