लंबित मामलों का दो सप्ताह के अंदर करें निपटारा
पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज ने पुलिस अधिकारियों को अपने यहां लंबित मामलों को दो सप्ताह में निपटारा करने के आदेश दिए।
जागरण संवाददाता, नारनौल:
पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज ने पुलिस अधिकारियों को अपने यहां लंबित मामलों का दो सप्ताह के अंदर निपटारा करने के निर्देश दिए हैं। कोताही बरतने पर कार्यवाही की जाएगी। शुक्रवार को जिला के सभी पुलिस उपाधीक्षक, थाना प्रबंधक और अन्य पुलिस अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने अपराध व कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से बैठक में थानों में लंबित उन मामलों के बारे में थाना प्रबंधकों से फीडबैक लिया। जिन थानों में महिला विरुद्ध अपराध के मामले लंबित हैं उनका दस दिन में निपटारा कराएं। दस दिन के बाद वे स्वयं थानों में जाकर रिकॉर्ड जांच करेंगेी। इसके साथ हत्या जैसे संगीन अपराधों में किसी प्रकार की कोताही व ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इन मुकदमों में जल्द आरोपितों को गिरफ्तार चालान बना कर न्यायालय में देने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने चोरी के मुकदमों को लेकर सभी थाना प्रबंधकों को फटकार लगाते हुए कहा कि सीआईए की सारी चोरियों को बरामद करने की जिम्मेवारी नही है। चोरी के आरोपितों को तलाश करने का फर्ज बनता है। सीआईए से तालमेल बनाकर चोरी के मामले को ट्रेस करे ओर इलाके के अपराधियों की सूची बनाकर कड़ी निगरानी करें।
उन्होंने कहा कि जिला में इस वर्ष 17 अवैध देशी कट्टे व रिवाल्वर बरामद किए है। इसका मतलब जिला में अवैध हथियार है। इन पर कार्यवाही करने के लिए निरंतर ऐसे लोगो की सूची तैयार करें और अपराधिक किस्म के लोगो पर निगरानी रखे। अवैध हथियार रखने वाले बचने नही चाहिए।
लॉकडाउन के समय जिला में 22 हजार से ज्यादा अवैध देशी व अंग्रेजी शराब की बोतल बरामद हुई हैं। अपने क्षेत्र में अवैध शराब की सप्लाई व बिक्री किसी भी सूरत में नही होनी चाहिए। यदि पता चला कि अवैध शराब की बिक्री में किसी पुलिस कर्मचारी का हाथ है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। किसी मुकदमे में बेईमानी की या पैसे लेने की शिकायत मिलती है तो जांच में सही पाए जाने पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर थानों में आज भी बहुत सी शिकायते लंबित हैं। 24 घंटे में दऱखास्त का निपटारा होना चाहिए। अब सप्ताह में एक बार हर थाना में दौरा करके सिर्फ दरख्वास्तों के बारे में रिपोर्ट ली जाएगी। थाना प्रबंधक लडाई झगड़ा हो या कोई भी वारदात में स्वयं घटना स्थल पर जरूर जाएं ताकि सच्चाई का पता चल सके और झूठे मुकदमे दर्ज कराने वालों के खिला़फ कड़ी कार्यवाही कर सकें। बैठक में डीएसपी विजय देशवाल, कुशल पाल, नरेंद्र सांगवान, राज सिंह, अंग्रेज सिंह, पीआरओ नरेश कुमार, रीडर विकाश, स्टेनो प्रदीप व थाना प्रबंधक उपस्थित थे।