बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों ने दी पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि
बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का क्रमिक अनशन मंगलवार 79वें दिन भी चितवन वाटिका में संघर्ष समिति के तत्वावधान में जारी रहा।
जागरण संवाददाता, नारनौल : बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का क्रमिक अनशन मंगलवार 79वें दिन भी चितवन वाटिका में संघर्ष समिति के तत्वावधान में जारी रहा। आज आशीष यादव, अजेंद्र सिंह यादव, नौरंग लाल और विनोद बडेसरा अनशन पर बैठे। इस दौरान बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों ने भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर दो मिनट का मौन धारण करके उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मंच संचालन करते हुए हुनेश कुमार ने कहा कि बुधवार को दादरी से निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान को जींद महारैली में उनके द्वारा किए गए पीटीआइ अध्यापकों के मामले को हल करने या सरकार से समर्थन वापस लेने के वायदे की याद दिलाने के लिए उनके आवास का घेराव किया जाएगा। अध्यापक संघ के राज्य सचिव धर्मपाल शर्मा ने कहा कि आमजन से वायदा करना और फिर उन पर खरा न उतरना राजनेताओं की फितरत बन गई है। उन्होंने सरकार से पीटीआइ अध्यापकों की सेवा बहाली की मांग करते हुए कहा कि सरकार ने भी लाखों रोजगार हर वर्ष देने का वायदा किया था परंतु लगातार 10 वर्षों से निष्ठा पूर्वक सेवा दे रहे पीटीआइ अध्यापकों को सेवा से निष्कासित करके सरकार ने न केवल आमजन से धोखा किया है। वहीं बेरोजगारी को बढ़ाने का कार्य भी किया है। सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव महेश यादव ने कहा कि सरकार चाहे किसी भी वर्ग की बात कर ले एक विशेष वर्ग को छोड़कर बाकी सभी वर्गों को चाहे वह किसान, मजदूर, छात्र, कर्मचारी या व्यापारी हो किसी को भी संतुष्ट करने में यह सरकार नाकाम रही है। दिनेश यादव ने सरकार से पीटीआइ अध्यापकों को तुरंत सेवा में वापस लेने की मांग की। कौशल कुमार ने कहा कि लगातार 10 वर्षों तक पूरी लगन से कार्य करके पीटीआइ अध्यापकों ने प्रदेश का नाम पूरे विश्व में रोशन किया है। बजाय इन्हें सम्मानित करने के सेवा से निष्कासित करना न केवल पीटीआइ अध्यापकों के साथ बल्कि प्रदेश की जनता के साथ धोखा है। इस अवसर पर महेंद्र सिंह बोयत, रमेश कुमार व हवा सिंह आदि अध्यापक मौजूद थे।