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जातिवाद, क्षेत्रवाद, परिवारवाद व अवसरवाद से क्षेत्र पिछड़ा : रणदीप

जागरण संवाददाता, नारनौल : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Nov 2017 06:15 PM (IST)Updated: Sat, 18 Nov 2017 06:15 PM (IST)
जातिवाद, क्षेत्रवाद, परिवारवाद व अवसरवाद से क्षेत्र पिछड़ा : रणदीप
जातिवाद, क्षेत्रवाद, परिवारवाद व अवसरवाद से क्षेत्र पिछड़ा : रणदीप

जागरण संवाददाता, नारनौल : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अहीरवाल क्षेत्र जातिवाद, क्षेत्रवाद, परिवारवाद व अवसरवाद के कारण अभी तक पिछड़ा हुआ है। यहां के जनप्रतिनिधियों ने लोगों को बरगलाकर वोट हासिल किए, लेकिन क्षेत्र का हक दिलाने में विफल रहे। क्षेत्र की सबसे बड़ी पानी की समस्या को सुलझाने के गंभीर प्रयास नहीं किए गए। वे शनिवार को रेजांगला के वीर अहीरों की शहादत को सलाम करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन जलयुद्ध के नेता बलराज यादव द्वारा करवाया गया था।

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चितवन वाटिका में आयोजित रेजांगला शौर्य समारोह को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारों को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि 41 महीने पहले अहीरवाल की धरती पर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली करके किसानों व सैनिकों को बरगलाया था। अपने मंच पर सैनिकों व पूर्व सैनिकों को बिठाकर वन रैंक-वन पेंशन की घोषणा की थी, लेकिन आज तक उसे सही प्रकार से लागू नहीं किया है। प्री-मेच्योर रिटायरमेंट लेने वाले सैनिकों को वन रैंक-वन पेंशन आज तक नहीं दी गई है।

कैथल से विधायक रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने चुनावी वादे पूरे नहीं किए। चुनाव पूर्व नरेंद्र मोदी ने किसान को लागत का 50 फीसदी मुनाफा देने का वादा किया था, लेकिन स्वामीनाथन रिपोर्ट को आज तक लागू नहीं किया गया है। यहां के किसानों द्वारा उत्पादित बाजरा की मंडियों में एमएसपी 1400 रुपये पर खरीद नहीं की गई, जिसके चलते वे 1050 व 1100 रुपये के हिसाब से बाजरा बेचने पर मजबूर हुए। सरसों का भी सरकारी रेट 3700 रुपये था, पर खरीद नहीं होने पर किसानों को 3300 रुपये बेचनी पड़ी। ऐसा ही हाल गेहूं का हुआ।

जिला के कई गांवों विशेषकर नांगल चौधरी क्षेत्र का जिक्र करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि यहां के खेतों को तो दूर लोगों के पीने के लिए पानी भी नहीं है। खेती पानी के अभाव में पूरी तरह बारिश पर निर्भर होती जा रही है। लेकिन खुद को किसानों की हितैषी बताने वाली सरकार ने इस क्षेत्र में क्षेत्र में पानी पहुंचाने की दिशा में खास कार्य नहीं किया। कम से कम बारिश के मौसम में चार महीने तो यमुना का पानी पहुंचाया ही जा सकता है। उन्होंने दावा किया कि क्षेत्र के खेतों तक नहर का पानी पहुंचाएंगे।

इससे पूर्व समारोह के आयोजक बलराज यादव ने अपने संबोधन में कहा कि क्षेत्र की जनता सूखे के चलते एक-एक दाना अनाज और बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है। ¨सचाई के अभाव में नांगल चौधरी क्षेत्र की 90 प्रतिशत जमीन बिना बीजाई के रह गई है। उन्होंने सरकार से क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित करने और 31 दिसंबर तक खेतों की गिरदावरी करवाकर 2-0 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की। ऐसा नहीं किए जाने पर बड़ा आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी।

बलराज ने प्रदेश में दो हरियाणा की बात करते हुए कहा कि एक हरियाणा वो है, जहां का किसान चार-चार फसलें लेता है और एक यह हरियाणा है, जहां का किसान एक फसल के लिए भी तरस रहा है। उन्होंने रणदीप सुरजेवाला से 1993 में नारनौल में हुई पानी की लड़ाई के दौरान पुलिस की गोलियों का शिकार बने दो युवकों को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग की। समारोह को कांग्रेस लीगल सेल के पूर्व अध्यक्ष रामानंद मित्तल, दिल्ली से कांग्रेस के पूर्व विधायक देवेंद्र यादव, कांग्रेस महिला प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा चौहान, खेत-मजदूर किसान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र फौगाट, सुरेश गुप्ता, अर्जुन राव आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर जिला महिला कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष सरोज चौधरी, चंद्रकला खातोद सहित काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।


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