साहब ! उसी ने किया फांसी पर लटकने को मजबूर
एक छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले में नया मोड़ आ गया है। मुकदमें में जिस विक्रम को मुख्य आरोपित बताया था उसी के फांसी पर लटकर आत्महत्या करने के बाद अब पंजाब पुलिस ने पीड़िता छात्रा व उसके परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पंजाब पुलिस ने अग्रिम कार्रवाई के लिए इसकी सूचना नारनौल पुलिस को भी दी है। अब नारनौल पुलिस इस मामले में अपने साथ हुई मारपीट की घटना के बाद भी खामोश है। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पंजाब में गई थी लेकिन वहां पुलिस के साथ मारपीट व गाड़ी तोड़ने की घटना हुई। यह मामला भी पुलिस टीम गाज के डर से दर्ज कर पाई है। केवल रोजनामचा डालकर इतिश्री कर ली है।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
एक छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले में नया मोड़ आ गया है। मुकदमें में जिस विक्रम को मुख्य आरोपित बताया था उसी के फांसी पर लटकर आत्महत्या करने के बाद अब पंजाब पुलिस ने पीड़िता छात्रा व उसके परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पंजाब पुलिस ने अग्रिम कार्रवाई के लिए इसकी सूचना नारनौल पुलिस को भी दी है। अब नारनौल पुलिस इस मामले में अपने साथ हुई मारपीट की घटना के बाद भी खामोश है। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पंजाब गई थी लेकिन वहां पुलिस के साथ मारपीट व गाड़ी तोड़ने की घटना हुई। यह मामला भी पुलिस टीम गाज गिरने के डर से दर्ज नहीं कर पाई है। केवल रोजनामचा डालकर इतिश्री कर ली है।
----प्रथम बाक्स -----
यह हैं मामला :
बीती एक सितंबर को नारनौल छात्रा के साथ भी सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। बीस दिन मामला दबा होने के बाद 19 सितंबर बुधवार की रात स्थानीय पुलिस ने छह आरोपितों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज की है। आरोपितों की त्वरित गिरफ्तारी के लिए नारनौल पुलिस बृहस्पतिवार को पंजाब के मुक्तसर जिला स्थित गिदड़वाहा कस्बा पहुंची, लेकिन मामला उलझ गया। स्थानीय पुलिस ने यहां आकर यह आरोप लगाया है कि आरोपितों के परिजनों ने पुलिस पार्टी पर हमला किया। गाड़ियों पर पत्थर फेंके और सरकारी काम में बाधा डाली।
प्राथमिकी में देरी की वजह अभी सामने नहीं आई है, लेकिन बुधवार देर रात प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस पंजाब रवाना हो गई थी। वहां पुलिस के साथ मारपीट व गाड़ी तोड़ने की घटना हुई। नारनौल पुलिस ने पंजाब से वापस लौटकर अपने उच्चाधिकारियों को यही बात बताई लेकिन जब सामूहिक दुष्कर्म मामले के मुख्य आरोपित विक्रम के परिजनों ने पंजाब के गिदड़वाहा थाने में इस बाबत मुकदमा दर्ज करवाया तो पुलिस अपने ही मामले को दबा गई। बृहस्पतिवार की देर रात तक नारनौल पुलिस आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की बात करती रही, लेकिन शुक्रवार को जब पंजाब से पंजाब में दर्ज हुए मामले की सूचना शहर थाना भेजी गई तो पुलिस टीम पूरी तरह खामोश हो गई।
------द्वितीय बाक्स :------
पुलिस पर शव को लात मारने का आरोप
पंजाब में दर्ज हुए मुकदमें में पीड़िता पर तो आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया ही गया है साथ ही पुलिस पर शव को लात मारने का आरोप लगाया गया है। पंजाब पुलिस सूत्रों के अनुसार जिस समय नारनौल पुलिस पंजाब में आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पहुंची तो उस समय तक मुख्य आरोपित विक्रम फांसी लगाकर आत्महत्या कर चुका था। उसके परिजन शोक में गमगीन थे। पुलिस ने वहां जाते ही अपनी भाषा में आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए उनके नाम लेकर परिजनों से पूछताछ की बात जब मुख्य आरोपित की आई तो परिजनों ने कहा कि वह तो आत्महत्या कर चुका है। परिजनों के अनुसार पुलिस ने शव को लात मारी इसके बाद मृतक के परिजनों व क्षेत्रवासियों का पारा हाई हो गया और उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस वहां से वापस आ गई। बाद में परिजनों ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करवाया जिसमें सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता व उसके परिजनों को आरोपित बनाया गया है। नारनौल पुलिस द्वारा शव को लात मारने का जिक्र भी तहरीर में किया गया है। इस मामले की जानकारी जैसे ही नारनौल में संज्ञान में आई तो पुलिस खामोश हो गई है।
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तृतीय बाक्स त्रत्रत्र--
मामले में झोल ही झोल :
छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने गिदड़वाहा निवासी विक्रम पुत्र सुखदेव सहित आठ आरोपितों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया। पीड़िता के अनुसार मुख्य आरोपित ने एक कंपनी में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर नारनौल बस स्टैंड पर बुलवाया था। यहां से वह उसे नौकरी संबंधी बातें करने के लिए यहां के खालड़ा मंदिर पर ले गया था। खालड़ा की पहाड़ियों के पास उसने दो बोतल कोल्ड ¨ड्रक की निकाली। कोल्ड ¨ड्रक में नशीला पदार्थ था। वहां विक्रम व उसके दोस्तों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर पंजाब के गिदड़वाहा निवासी विक्रम, सोनू, ¨छदर व गोगा तथा बरनाला निवासी सुरेश कुमार व ¨पकी के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है। तहरीर में ही पीड़िता ने मुख्य आरोपित से शादी की बात भी की है लेकिन पुलिस मामले की छानबीन के बिना ही गिरफ्तारी के लिए पंजाब पहुंच गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज होते ही पुलिस इसलिए पंजाब गई क्योंकि कनीना सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर कई अधिकारियों पर गाज गिरी है। बहरहाल, इस मामले को लेकर अब नारनौल पुलिस खामोश है व कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
-----चतुर्थ बाक्स :::------
वर्जन पुलिस
पक्ष :::
आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पंजाब में टीम गई थी, लेकिन आरोपित विक्रम ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया था। इसी के चलते किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया।
--शिवकुमार, सब इंस्पेक्टर, सीआइए इंचार्ज।
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आरोपितों को जब टीम गिरफ्तार करने गई तो आरोपितों ने गाड़ी में तोड़फोड़ कर कार्य में बाधा डालने की कोशिश की। आरोपित के परिवार से किसी की मौत हो गई थी। टीम जब उनको गिरफ्तार करने गई तो वे पुलिस पर भड़क गए। उन्होंने बाधा उत्पन्न की व तोड़फोड़ की। पंजाब पुलिस ने बताया कि हरियाणा पुलिस में जिस पीड़िता ने केस दर्ज करवाया है उसके व उसके परिजनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
--शारदा देवी, महिला थाना प्रभारी।