गर्भवती महिला मौत मामले में डीएसपी से मिले ग्रामीण
गत 21 नवंबर को डिलीवरी के दौरान हुई राजस्थान के गांव काकड़ा निवासी ललीता पत्नी विक्रम ¨सह मौत मामले में पुलिस कार्रवाई के लिए ग्रामीण डीएसपी शहर महेश कुमार से मिले। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा केस दर्ज करवाने के बाद चिकित्सक ने भी केस दर्ज करवाया था। जिसमें उनके ऊपर गलत आरोप लगाए गए है। डीएसपी ने इस मामले को लेकर उचित जांच करवाने का आश्वासन दिया। डीएसपी को सौंपे गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि
जागरण संवाददाता, नारनौल:
गत 21 नवंबर को डिलीवरी के दौरान हुई राजस्थान के गांव काकड़ा निवासी ललीता पत्नी विक्रम ¨सह मौत मामले में पुलिस कार्रवाई के लिए ग्रामीण डीएसपी शहर महेश कुमार से मिले। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा केस दर्ज करवाने के बाद चिकित्सक ने भी केस दर्ज करवाया था। जिसमें उनके ऊपर गलत आरोप लगाए गए है। डीएसपी ने इस मामले को लेकर उचित जांच करवाने का आश्वासन दिया।
डीएसपी को सौंपे गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि गत 21 नवंबर को डिलीवरी के दौरान हुई राजस्थान के गांव काकड़ा निवासी ललीता पत्नी विक्रम ¨सह को प्रसव पीड़ा के चलते नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। देर रात ललीता की प्रसव पीड़ा को बढ़ाने के लिए एक टेबलेट दी गई, लेकिन कुछ नही हुआ। इसके बाद एक इंजेक्शन लगा दिया गया। उसके बाद ललीता का ब्लड़ प्रेशर बढ़ गया। परिजन स्टाफ से मिन्नतें करता रहा लेकिन उसको देखने के लिए कोई नहीं आया। इसके बाद उसकी तबीयत और अधिक खराब हो गई। प्रसव पीड़ा का दर्द ऊपर से ठीक समय पर उपचार नहीं मिलने से गर्भवती महिला ने आखिर चीख-चीख कर दम तोड़ दिया था। सीसीटीवी में खुलेंगे राज :
चिकित्सकों की माने तो उनके द्वारा दर्ज करवाया गया केस ठीक है। ललीता की मौत के बाद परिजनों ने चिकित्सक के साथ मारपीट की थी। इतना ही नहीं गायनी वार्ड का एक शीशा भी तोड़ा गया था। जो सारी की सारी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी। विदित रहे कि चिकित्सक को अन्य चिकित्सकों की सुरक्षा के बीच गाड़ी में बैठा कर ले जाया गया था।