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10 लाख की आबादी, अल्ट्रासाउंड मशीन मात्र एक

सुनील कुमार, नारनौल : जिला की आबादी 10 लाख के पार है। हर गर्भवती महिला के साथ ही हर पा

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Nov 2017 06:54 PM (IST)Updated: Fri, 24 Nov 2017 06:54 PM (IST)
10 लाख की आबादी, अल्ट्रासाउंड मशीन मात्र एक
10 लाख की आबादी, अल्ट्रासाउंड मशीन मात्र एक

सुनील कुमार, नारनौल : जिला की आबादी 10 लाख के पार है। हर गर्भवती महिला के साथ ही हर पांचवें मरीज को अल्ट्रासाउंड कराने की जरूरत होती है, लेकिन व्यवस्था मात्र एक अल्ट्रासाउंड मशीन के भरोसे है। ऐसे में नागरिक अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए सात से लेकर 15 दिन तक इंतजार करना पड़ता है। यही कारण है कि इन दिनों नागरिक अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड के लिए मारामारी चल रही है।

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जिले में मात्र एक अल्ट्रासाउंड मशीन होने से गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है। मशीन की कमी से अल्ट्रासाउंड वाले कमरे के बाहर गर्भवती महिलाओं की भीड़ लगी रहती है। हालांकि हादसे में घायलों का अल्ट्रासाउंड प्राथमिकता के आधार किया जाता है, लेकिन उनके लिए भी परेशानी होती है। गर्भवती महिलाओं को परेशानी का मुख्य कारण यह है कि पहले तो उनके क्षेत्र में आने वाले पीएचसी व सीएचसी में एंट्री करवानी पड़ती है। नागरिक अस्पताल में जाकर विभिन्न प्रक्रिया करने के बाद अल्ट्रासाउंड करवाने की अनुमति मिलती है। इसके बाद भी अल्ट्रासाउंड होते नहीं हैं केवल टाइम ही मिलता है। जब वे अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए पहुंचती हैं तो पहले घायलों के अल्ट्रासाउंड किए जाते हैं।

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जिला में एक मात्र रेडियोलोजिस्ट

जिला में एक मात्र डॉ. आशा रेडियोलोजिस्ट है। अगर वे जरूरी कार्य से छुट्टी ले लेती है तो उस दिन मरीजों का बुरा हाल हो जाता है। पहले अल्ट्रासाउंड केंद्र में मरीजों की अधिकता देखते हुए दो शिफ्ट बनाई गई थी। लेकिन अब काफी दिनों से केवल सुबह की ही शिफ्ट में कार्य होता है। इसके पीछे कारण यह बताया जाता है कि डॉ. आशा शर्मा एक शिफ्ट में अल्ट्रासाउंड कर देती हैं, लेकिन दूसरी शिफ्ट में चिकित्सक नहीं मिलता है।

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वर्जन:

जितने भी मरीज आते हैं हमारी कोशिश रहती है कि मरीजों का समय पर अल्ट्रासाउंड किया जा सके। समय के अभाव में जिस मरीज का अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाता है उसको समय दिया जाता है। उस तिथि को मरीज का आते ही अल्ट्रासाउंड किया जाता है। महेंद्रगढ़ में भी मशीन लग जाए तो मरीज बंटने से सुविधा हो सकती है।

--डॉ. राजेश कुमार, डिप्टी मेडिकल सुपरिडेंटेंट, नागरिक अस्पताल।

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क्या कहते हैं मरीज

गत 15 नवंबर को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए आए थे, लेकिन काफी भीड़ थी। जिसके चलते एक सप्ताह का समय और दे दिया गया। अब आए हैं तब अल्ट्रासाउंड हुआ है।

--अनिल कुमार, निवासी धानौंता।

पहले लाइनों में लगकर अल्ट्रासाउंड के लिए बमुश्किल से पर्ची कटवानी पड़ती है। फिर अल्ट्रासाउंड के लिए नंबर लगवाया। यहां पर इतनी भीड़ है कि जब अंदर गए तो एक सप्ताह का समय दिया गया। अब घर का कार्य छोड़कर दोबारा आना पड़ेगा।

सुशीला देवी।

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अल्ट्रासाउंड के लिए सात दिन पहले आए थे आज जाकर अल्ट्रासाउंड हो पाया है। पहले महेंद्रगढ़ गए थे लेकिन वहां पर पता चला कि नारनौल में होगा। किराया देकर यहां पर आना पड़ा। अब तीन चक्कर लगाने के बाद अल्ट्रासाउंड हो पाया है।

--चांदनी देवी।


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