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पुलिस ने सुलझाई चार माह पूर्व हुई हत्या की गुत्थी

जागरण संवाददाता नारनौल करीब चार महीने पहले गांव दुबलाना में दो वर्ष के बच्चे की हत्या की

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 07:37 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 07:37 PM (IST)
पुलिस ने सुलझाई चार माह पूर्व हुई हत्या की गुत्थी
पुलिस ने सुलझाई चार माह पूर्व हुई हत्या की गुत्थी

जागरण संवाददाता, नारनौल : करीब चार महीने पहले गांव दुबलाना में दो वर्ष के बच्चे की हत्या की गुत्थी थाना सदर नारनौल पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में बच्चे की रिश्ते में दूर की मामी को गला दबाकर हत्या करने के जुर्म में गिरफ्तार किया है। उसे बृहस्पतिवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से न्यायालय ने आरोपित महिला को जेल भेज दिया गया।

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पुलिस प्रवक्ता नरेश कुमार ने बताया कि करीब चार माह पूर्व दो वर्ष का बालक अपने नाना के घर आया था। उसका इसी वर्ष 28 फरवरी को पड़ोस के एक मकान की छत पर शव मिला था। परिजनों ने रेवाड़ी जिला के गांव ऊंचा में अंतिम संस्कार किया था। बच्चा कैसे मरा, यह पहेली बनी हुई थी। उस समय भी मृतक बच्चे की मां ने अपनी भाभी पर शक जाहिर किया था। किसी ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया। इस पर बालक के नाना जगदीश ने तीन मार्च को थाना सदर में एक शिकायत देकर हत्या का शक जताया। पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज के संज्ञान में मामला आने के बाद तुरंत हत्या का मुकदमा दर्ज करने के आदेश देते जांच के निर्देश दिए। पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की निगरानी में उसी दिन तीन मार्च को गांव ऊंचा में पहुंचकर शव को निकलवाया और नारनौल अस्पताल में डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा बच्चे का पोस्टमार्टम कराया गया।

थाना सदर प्रबंधक संतोष कुमार ने घटनास्थल का बार-बार निरीक्षण किया और देखा कि जिस छत पर बच्चे का शव मिला हैं, उस समय छत के रास्ते पर ताला लगा हुआ था, तो बच्चा छत पर आया कैसे। मधुबन व रोहतक से पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे की गला दबाकर हत्या होने की पुष्टि हुई। बच्चे की मामी को लड़का नहीं था और वह अकसर तांत्रिक के चक्कर में पड़ी रहती है। रितविक की मां अपनी ननद से ज्यादा खुश नहीं थी। शक के आधार पर पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की, तो ननद नीतू ने पुलिस के सामने बच्चे की गला दबाकर हत्या करने की बात कबूल की। लड़के की चाह में कई हत्या :

आरोपित ने पूछताछ में बताया कि उसे एक लड़की है। मरने वाला बच्चे की वह नजदीक परिवार के रिश्ते में मामी लगती हैं। इससे पहले उसकी तीन लड़किया हुईं थी, जो बाद में मर गई। हत्या वाले दिन बालक उसकी लड़की के साथ खेलता हुआ घर में आ गया, तो उसने लड़की को बाहर भगा दिया और फिर बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी और अपनी घर से पांच घर दूर छत पर शव डाल दिया। इंस्पेक्टर संतोष कुमार, एएसआई योगेश, महिला एएसआई बीरमती व महिला एचसी के साथ मिलकर यह गुत्थी सुलझाई। मृतक बालक का पिता सुधीर फौज में नौकरी करता हैं। बच्चे के मौत की खबर मिलते ही वह चार मार्च को छुट्टी लेकर आ गए तभी से वह सदमे में है। छुट्टी खत्म होने के बाद भी वह अभी तक दोबारा ड्यूटी पर नहीं लौटे है। जिसे बच्चे की मौत का गहरा सदमा लगा है वह इंसाफ के लिए थाना के चक्कर लगाता रहा।


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