खेल गतिविधियां संचालित होने का इंतजार
कोरोना काल में धीरे-धीरे सभी प्रकार की गतिविधियां सुचारू होना शुरू हो गई हैं लेकिन खेलकूद का अभी भी इंतजार है।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
कोरोना काल में धीरे-धीरे सभी प्रकार की गतिविधियां सुचारू होने लगी हैं लेकिन खेलकूद की गतिविधियों के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। इसका असर खिलाड़ियों की प्रतिभा पर पड़ रहा है। एक ओर जहां खिलाड़ी घर पर कैद हो गए हैं वहीं लंबे समय से प्रतियोगिताएं नहीं होने से फिटनेस भी प्रभावित होने लगी हैं। हालांकि खेल विभाग की ओर से प्रशिक्षकों को अपने खिलाड़ियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देने के निर्देश हैं। प्रशिक्षक भी सुबह शाम खिलाड़ियों से संवाद तो कर रहे हैं लेकिन मैदान में जो पसीना बहाना चाहिए उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। खिलाड़ियों के अभाव में खेल मैदान भी सुनसान हैं। हालांकि सरकार ने कुछ शर्तों के साथ खिलाड़ियों को अभ्यास करने की अनुमति दी है परंतु सरकार की कड़ी शर्तों के चलते अभिभावक अपने बच्चों की जान जोखिम में डालकर खेल मैदान में भेजने से परहेज कर रहे हैं।
अभिभावकों को लिखित में देना होगा:
सरकार ने कुछ दिन पूर्व एक पत्र जारी कर नियम व शर्तों के साथ खेल गतिविधियां शुरू करने के आदेश जारी किए थे लेकिन उन नियमों व शर्तों में खिलाड़ी बिना अभिभावकों की अनुमति के खेल मैदान में अभ्यास करने नहीं जा सकते। यदि कोई भी खिलाड़ी खेल मैदान में अभ्यास करना चाहता है तो उसे अपने अभिभावकों से शपथ पत्र लेकर आना होगा। इसके बाद खेल विभाग उन्हें खेल मैदान में खेलने की मंजूरी देगा। इस दौरान अगर खिलाड़ी के साथ कुछ अनहोनी होती है तो उसके जिम्मेदार अभिभावक होंगे न की खेल विभाग। ऐसे नियम व शर्तों के चलते अभिभावकों अपने बच्चों को खेल मैदान में नहीं भेजना चाहते क्योंकि यहां विभाग द्वारा खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए ऐसे कोई अलग से इंतजाम नहीं किए गए हैं।
दी जा रही ऑनलाइन फिटनेस ट्रेनिग :
खेल विभाग के अनुसार खिलाड़ियों को प्रशिक्षकों द्वारा ऑनलाइन फिटनेस ट्रेनिग दी जा रही है ताकि उनकी फिटनेस बनी रहे। विभाग द्वारा खिलाड़ियों को ऑनलाइन फिटनेस ट्रेनिग देने की बात बेमानी सी लगती है क्योंकि बिना खेल मैदान के प्रशिक्षण कैसे दी जा सकती है। वहीं क्या ऑनलाइन ट्रेनिग से खिलाड़ी फिट रह पाएगा। जिला खेल अधिकारी ज्योति रानी का कहना है कि कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के चलते सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। हालात ठीक होते हैं तो खेल गतिविधियां भी संचालित कर दी जाएंगी।