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प्लास्टिक से होने वाला प्रदूषण एक गंभीर चुनौती

हरियाणा केंद्रीय वि‌र्श्वविद्यालय महेंद्रगढ़ के पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) एवं यूथ रेडक्रॉस के सहयोग से विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पर्यावरण जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। दूसरे दिन के कार्यक्रम की शुरूआत विश्वविद्यालय में स्वच्छता अभियान के साथ हुई। इसके पश्चात प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरसी कुहाड़ ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत की और जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से होने वाला प्रदूषण एक गंभीर चुनौती है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Jun 2018 04:16 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jun 2018 04:16 PM (IST)
प्लास्टिक से होने वाला प्रदूषण एक गंभीर चुनौती
प्लास्टिक से होने वाला प्रदूषण एक गंभीर चुनौती

जागरण संवाददाता, महेंद्रगढ़: हरियाणा केंद्रीय वि‌र्श्वविद्यालय महेंद्रगढ़ के पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) एवं यूथ रेडक्रॉस के सहयोग से विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पर्यावरण जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। दूसरे दिन के कार्यक्रम की शुरूआत विश्वविद्यालय में स्वच्छता अभियान के साथ हुई। इसके पश्चात प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरसी कुहाड़ ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत की और जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से होने वाला प्रदूषण एक गंभीर चुनौती है। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर हम प्लास्टिक के स्थान पर पर्यावरण हितैषी वस्तुओं का प्रयोग करने का संकल्प लें। विद्यार्थियों ने मानव श्रंखला बनाकर पर्यावरण के समक्ष समस्याओं से निपटने के लिए लोगों को सामूहिक सहयोग के लिए प्रेरित किया। स्वयंसेवकों एवं विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि एकल उपयोग प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करेंगे और अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। इसके पश्चात विद्यार्थियों ने रैली निकालकर प्लास्टिक के दुष्प्रभावों, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण आदि विषयों पर ग्रामीणों को जागरूक किया।

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पर्यावरण विज्ञान विभाग के प्रभारी डॉ. सोमवीर बजाड़ ने बताया कि हम जो प्लास्टिक उपयोग करते हैं, उसमें से 50 फीसद एक ही बार प्रयोग में आता है और फिर नष्ट न होने के कारण कई प्रकार की पर्यावरण संबंधी समस्याएं उत्पन्न करता है। इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि हम एकल उपयोग प्लास्टिक का उपयोग बंद कर पर्यावरण को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान से बचाने में सहयोग करें। उन्होंने बताया कि पर्यावरण सप्ताह के तहत विभाग द्वारा पोस्टर में¨कग, स्लोगन लेखन और फोटोग्राफी आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा तथा 5 जून को पर्यावरण संरक्षण से संबंधित व्याख्यान व पारितोषिक वितरण के साथ विश्व पर्यावरण सप्ताह का समापन होगा। एनएसएस एवं यूथ रेडक्रॉस के समन्वयक डॉ. दिनेश चहल ने भी इस अवसर पर समुदाय की भागीदारी को अहम बताते हुए प्लास्टिक के उपयोग को कम करने पर जोर दिया।

स्वच्छता अभियान में विश्वविद्यालय के स्वच्छ भारत ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप के नोडल अधिकारी डॉ. आनंद शर्मा, राष्ट्रीय सेवा योजना एवं यूथ रेडक्रॉस के समन्वयक डॉ. दिनेश चहल, पर्यावरण विज्ञान विभाग के शिक्षक-प्रभारी डॉ. सोमवीर बजाड़ व सहायक आचार्य डॉ. नरेंद्र परमार भी उपस्थित रहे।


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