गैस सिलेंडर फटने से नौ बच्चे, दो महिला व एक पुरुष घायल
ग्राम नूनी-सेखपुरा के खेतों में बने एक मकान में सिलेंडर में आग लगने से वह फट गया। इससे नौ बच्चे दो महिला एवं एक पुरुष घायल हो गए।
जागरण संवाददाता, नारनौल : ग्राम नूनी-सेखपुरा के खेतों में बने एक मकान में सिलेंडर में आग लगने से वह फट गया। इससे नौ बच्चे, दो महिला एवं एक पुरुष घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल लाया गया, जहां से चिकित्सकों ने उन्हें प्राथमिक उपचार के उपरांत उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। हादसे की सूचना पाकर तत्काल ही एसपी दीपक सहारण अस्पताल पहुंचे और घायल का हाल जाना। घायलों को परिजन जयपुर लेकर गए हैं। इस मामले में किराएदार ने मालिक पर झुग्गी में आग लगाने के आरोप लगाए हैं।
जानकारी के मुताबिक नारनौल के कोर्ट से नूनी-सेखपुरा को जाने वाले रास्ते पर सेखपुरा की सीमा के खेतों में कुछ पक्की झुग्गियां बना रखी हैं। इन किराए की झुग्गियों में विभिन्न प्रदेशों से यहां आकर मजदूरी-दिहाड़ी करने वाले लोग रहते हैं। इन्हीं झुग्गियों में से एक में दोपहर के समय अचानक आग की लपटें देख आसपास की महिलाएं एवं बच्चे एकत्रित हो गए। तभी अचानक धमाके के साथ गैस सिलेंडर फट गया। सिलेंडर फटने से वहां एकत्रित हुए करीब नौ बच्चे, दो महिलाएं एवं एक पुरुष घायल हो गए। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें प्राथमिक उपचार प्रदान किया और उनकी खराब हालत को देखते हुए हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। सूत्र बताते हैं कि इस मामले में मुख्य आरोपी फरार हो गया है तथा पुलिस ने एक महिला व पुरुष को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
आगजनी में बच्चों एवं महिलाओं की सूचना पाकर एसपी दीपक सहारण नागरिक अस्पताल पहुंचे और घायलों का हाल जाना। इसके साथ ही एसपी ने घटना के बारे में भी जानकारी जुटाई और अधीनस्थ पुलिस कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
घायलों की सूची :
नेहा (5 वर्ष) पुत्री भारत, नैंसी (11) पुत्री रमेश , प्रिसी (1) पुत्री रमेश, प्रीति (1) पुत्री रमेश, माया (32) पत्नी भगवानदास, विनीता (27) पत्नी दुर्जन, प्रकाश (3) पुत्र बालकिशन, कृष्ण (6) पुत्र गुलशन, रामी (7) पुत्री दुर्जन, पूजा (6) पुत्री प्रेमपाल तथा किरण (8) पुत्री प्रेमपाल शामिल हैं और ये सभी छत्रपुर मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। इस आगजनी में मालिक रामनिवास वासी सेखपुरा भी झुलस गया। किराएदार ने लगाए हैं मालिक पर आरोप :
- हम गांव सेखपुरा में रहते हैं। सुबह झुग्गी मालिक मनीष और उसके पिता रामनिवास का झगड़ा हो गया था। मैं सुबह लेबर चौक पर मजदूरी करने जाने वाला था। तभी एक व्यक्ति ने पूछा कि मेरे यहां काम करेगा। मैंने हां कर दिया। इस पर मनीष बोला कि इसे मत ले जा। मैं तुम्हें 500 रुपये का मिस्त्री दे दूंगा। जिस पर मैंने कहा कोई नहीं, मैं दूसरी जगह काम कर लूंगा। उस वक्त मनीष के पिता रामनिवास भी वहीं मौजूद थे। यह बात पिता ने सुनी तो उनको बुरा लगा और उन्होंने अपने बेटे मनीष को पीट दिया। इसके बाद मैं काम पर चला गया। इसके बाद मनीष और धर्मेंद्र मिस्त्री ये दोनों मेरे पास गए और बोले कि आज मेरा कमरा खाली कर देना। वरना तुझे जान से मार देंगे। मैंने भी कहा कि कमरा खाली कर देंगे और दूसरा कमरा ले लेंगे। मजदूर आदमी हैं हम कहीं भी कमा सकते हैं। इस पर मजदूरी करा रहे मालिक ने भी छुट्टी कर दी। इसके बाद मैं कमरे पर गया और वहां से अपना मोबाइल फोन ठीक कराने बाजार चला गया। तभी पीछे से फोन आया कि तुम्हारे कमरे का सिलेंडर फट गया और आग लग गई है। जबकि सिलेंडर में मुश्किल से किलो या आधा किलो गैस ही होगी। इसके बाद झुग्गीवालों से पता चला कि मनीष ने कमरे में आग लगा दी। आग लगने वालों में मेरे परिवार का कोई नहीं है। छोटा भाई यहां मॉल में काम कर रहा है, जबकि मैं मोबाइल फोन ठीक कराने आ गया था।
- रामकैलाश पशवाहा, शिकायतकर्ता, वासी छत्रपुर, मध्य प्रदेश। वर्जन :
आगजनी मामले में अभी घायलों के बयान नहीं हो पाए हैं। महावीर चौकी के इंचार्ज कृपाल सिंह बयान लेने के लिए जयपुर गए हुए हैं। उनके आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
- सुनील कुमार, एसएचओ, सिटी नारनौल।