कड़ी सुरक्षा के बीच श्रद्धालुओं ने किया भोलेनाथ का जलाभिषेक
सावन मास की पावन शिवरात्रि जिलाभर में बड़ी श्रद्धा व आस्था के साथ मनाया गया।
जागरण संवाददाता, नारनौल:
सावन मास की पावन शिवरात्रि जिलाभर में बड़ी श्रद्धा व आस्था के साथ मनाई गई। शिवरात्रि पर एक ओर पुलिस सुरक्षा के बीच जहां श्रद्धालुओं ने भगवान शंकर का जलाभिषेक किया वहीं भोलेनाथ ने अपनी कृपा बरसाते हुए सुबह-सुबह रिमझिम बारिश से मौसम सुहावना बना दिया। श्रद्धालु भी भीगते हुए मंदिर व शिवालयों तक पहुंचे। वहां भगवान शंकर का जलाभिषेक कर उन्हें बेलपत्र व फल-फूल आदि चढ़ाकर सुख समृद्धि की कामना की। श्रद्धालुओं का कहना था कि सावन की शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इसलिए जो भक्त भगवान शंकर का जलाभिषेक कर व्रत आदि रखता है भोलेनाथ उसकी मनोकामनाएं जरूर पूर्ण करते हैं। कोरोना काल के चलते इस बार श्रद्धालुओं को पुलिस के साये में और कई एहतियात बरतते हुए भोलेनाथ की पूजा करने की अनुमति दी गई थी। यही कारण है कि मंदिर में इस बार भीड़ नहीं थी। श्रद्धालुओं को जलाभिषेक करने के बाद तुरंत मंदिरों से बाहर जाना पड़ा। नगर के शिवमंदिरों में सुबह से पुलिस कर्मचारियों की डयूटी लगाई थी जो भक्तों को मंदिर में ज्यादा देर तक नहीं रुकने दे रहे थे। नगर के प्राचीन मोड़ावाला मंदिर, छोटा बड़ा तालाब शिव मंदिर, मोटा महादेव मंदिर, नसीबपुर जेठूबाबा मंदिर तथा महर्षि च्यवन की तपो स्थली ढोसी धाम पर भी पुलिस तैनात रही। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं रही और सुरक्षा कर्मी व पुजारी श्रद्धालुओं को दो-दो करके जलाभिषेक के लिए भेजते रहे। पुजारी व सुरक्षा कर्मी मंदिरों में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को मास्क लगाने के लिए भी प्रेरित कर रहे थे।
च्यवन क्षेत्र ढोसी धाम पर नहीं हुआ जलाभिषेक:
शहर से करीब आठ किलोमीटर दूर महर्षि च्यवन की तपोस्थली ढोसी धाम पर बने शिव मंदिर में कुछ ही भक्तों ने जलाभिषेक किया और बाकि लोगों को वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों ने पहाड़ पर स्थित शिवकुंड मंदिर व ढोसी के शिव मंदिर पर जाने नहीं दिया। ढोसी व शिवकुंड पर बने शिव मंदिर की यहां के लोगों में गहरी आस्था है। पूरे सावन बहुत से लोग यहां नियमित जलाभिषेक करने आते थे। इस बार शिवरात्रि पर जो लोग पांच बजे पहाड़ पर चढ़ चुके थे केवल उन्होंने ही जलाभिषेक का सौभाग्य प्राप्त किया। उसके बाद कुलताजपुर गांव में शिवकुंड की ओर जाने वाले मार्ग पर पुलिस तैनात की गई। कोरोना महामारी को देखते हुए शिवकुंड व ढोसीधाम पर सोमवार को सोमवती अमावस्या पर भी कोई कार्यक्रम नहीं होगा।