भागवत कथा हर व्यक्ति के लिए है कल्याणकारी: राव नरेंद्र
जागरण संवाददाता, नारनौल: शहर की अग्रवाल सभा में सभी धर्म प्रेमी बंधु व श्री गौ गोपाल प्रचार एवं असहाय सेवा संस्थान द्वारा आयोजित भागवत कथा में बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भगवताचार्य बजरंग शास्त्री ने भक्तों को भागवत ज्ञान की गंगा में डुबकी लगवाई।
जागरण संवाददाता, नारनौल: शहर की अग्रवाल सभा में सभी धर्म प्रेमी बंधु व श्री गौ गोपाल प्रचार एवं असहाय सेवा संस्थान द्वारा आयोजित भागवत कथा में बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भगवताचार्य बजरंग शास्त्री ने भक्तों को भागवत ज्ञान की गंगा में डुबकी लगवाई। सर्वप्रथम आचार्य मनीष शास्त्री ने यजमान सुरेश शर्मा, राजेन्द्र गुप्ता, संजय अग्रवाल, मामचंद मितल, अशोक बंसल, प्रभु बंसल तथा पवन कुमार को विधिविधान से सभी देवताओं का पूजन करवाया। इसके बाद भागवत पूजन कर आचार्य पं. बजरंग शास्त्री को तिलक किया गया।
कथा प्रारम्भ करते हुए आचार्य बजरंग शास्त्री ने बताया की भागवत की कथा सहजता में मिलना बहुत कठिन है जीव के जब बहुत जन्मों के पुण्य उदय होते है तब श्री मद्भागवत की कथा की प्रप्ति होती है। भागवत की कथा धन्य है जो प्रेत पीडा को दूर करने वाली है और जो जीव श्रद्धा और विश्वास के साथ भागवत की कथा का श्रवण करता है प्रभु उनकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते है। कथा में आचार्य ने भागवत का वर्णन करते हुए बताया कि श्री मद भागवत नारायण का स्वरूप है और मुक्ति प्रदाता है। उन्होने बताया की भागवत मे मुख्य रुप से भगवान के चौबीस अवतारों का वर्णन किया गया है। इसके बाद आचार्य जी ने शुकदेव जन्म, परीक्षित जन्म, कलियुग आगमन, कुंती स्तुति, भीष्म पितामह देह त्याग, परीक्षित को संत का श्राप और शुकदेव के आगमन की कथा सुनायी। आचार्य ने नर¨सह अवतार की कथा का वर्णन करते हुए बताया की भगवान अपने भक्तों की रक्षा के लिये सदैव तैयार रहते है। इस अवसर पर नर¨सह भगवान की सुंदर झांकी भी प्रस्तुत की गई। कथा में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र ¨सह भी बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे और कथा का श्रवण किया। उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भागवत कथा हर व्यक्ति के लिए कल्याणकारी है इस लिए जहां भी मौका मिले हमें इसका श्रवण करना चाहिए। अंत में उन्होंने संस्था कि और जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीन भी भेंट की। इस अवसर पर प्रमुख रूप से गुरूजी सांवरमल गोयल, महेंद्र नूनीवाल, सुरेन्द्र गोयल, संदीप नूनीवाल, राव अभय ¨सह, सीताराम भोजावासिया, सीताराम सर्राफ, राकेश बंसल, संजय गर्ग, विनोद सोनी, कृष्ण अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, महेश भालोठिया, सोमदेव तथा शुभम कंछल आदि सहित काफी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।