Locust attack : नारनौल में फिर घुसा टिड्डी दल, ग्रामीण से लेकर अधिकारी सभी हुए अलर्ट
नारनौल में टि्डडी के घुसने से एक बार फिर प्रशासन से लेकर ग्रामीण तक में हचचल बढ़ गई है। मंगलवार देर शाम को रेवाड़ी से होते हुए नांगलचौधरी के रास्ते नारनौल में यह घुसा है।
नारनौल [ज्ञान प्रसाद]। Locust Attack in Narnaul: जिले में एक बार फिर टिड्डी दल का हमला शुरू हो गया। मंगलवार देर शाम को रेवाड़ी से होते हुए नांगलचौधरी के रास्ते नारनौल में यह दल घुस गया। दिनभर उपायुक्त से लेकर पूरे जिला प्रशासन के अधिकारी इधर से उधर भागदौड़ करते रहे। जहां भी टिड्डी होने की जानकारी मिलती वहीं अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम पहुंच जाती।
इने इलाकों में मंडरा रहा खतरा
रेवाड़ी होते हुए कांटी खेड़ी व कुंजपुरा व राजस्थान के आस-पास के गांव में पहुंचा है। एक दल भूषण, शोभापुर, मंडलाना, नीरपुर होते हुए नारनौल से निकलने के बाद इसके आसपास के गांव में खतरा मंडरा रहा है। फिलहाल इन सभी गांव के किसान कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर इन्हें यहां से भगाने में जुटे हुए हैं।
रात को हो सकता है दवा का छिड़काव
अगर टिड्डियों का यह दल रात को यहां पर ठहरता है तो उस पर दवाई का छिड़काव किया जाएगा। जिले में सभी प्रकार की तैयारियां पूरी हैं। हालांकि अभी नुकसान का समाचार नहीं है।
फसलों का हुआ नुकसान
इधर, ग्रामीणों का कहना है कि जहां भी यह झुंड उतरा वहां फसलों को नुकसान करके निकले हैं। अलग अलग झुंडों में होने के कारण 26 जून की तरह एक साथ अधिक संख्या में नहीं थे। फिर भी देर शाम तक जिला प्रशासन के अधिकारी, कर्मचारी और ग्रामीण इन्हें भगाने में लगे रहे। उपायुक्त आरके सिंह ने सुबह ही अधिकारियों की बैठक लेकर दिनभर अलर्ट रहने के निर्देश दिए थे।
सोमवार को भी मंडराया था खतरा
बता दें कि इससे पहले भी राजस्थान की ओर से आने वाले टिड्डी दल के संभावित खतरे के मद्देनजर सोमवार को दिनभर जिला प्रशासन अलर्ट रहा था। उपायुक्त आरके सिंह स्वयं अधिकारियों से पल-पल की जानकारी लेते दिख रहे थे। जिले के तमाम कृषि विभाग के अधिकारी सुबह से ही राजस्थान जिले की सीमा से सटे गांवों में पहुंच गए थे। ग्रामीणों को टिड्डी दल के हमले से बचाव के उपाय भी बता रहे थे।