नारनौल : कंटेनमेंट जोन में युवक की मौत, ग्रामीणों के हंगामे के बाद प्रशासन ने कराया अंतिम संस्कार
नारनौल के कंटेनमेंट जोन में एक युवक की मौत हो गई। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी की मौजूदगी में चिकित्सकों की टीम ने मृतक का कोविड-19 का सैंपल लिया।
नारनौल [ज्ञान प्रसाद]। क्षेत्र के गांव थनवास में बनाए कंटेनमेंट जोन में एक युवक की मौत हो गई। कोरोना संक्रमण के संदेह में परिजनों व ग्रामीणों ने युवक का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। इसके बाद चिकित्सकों ने एसएमओ को अवगत करवाया। उपायुक्त को सूचित करने के बाद मौके पर पहुंचे थाना इंचार्ज सहित चिकित्सकों की टीम ने जांच के बाद युवक की मौत को सामान्य बताया। इसके बाद भी कोई अंतिम संस्कार के लिए तैयार नही हुआ।
एंबुलेंस के माध्यम से शव को श्मशान घाट पहुंचाया
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी की मौजूदगी में चिकित्सकों की टीम ने मृतक का कोविड-19 का सैंपल लिया। बाद में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एंबुलेंस के माध्यम से शव को श्मशान घाट तक ले जाकर प्रशासानिक अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया।
किडनी की थी परेशानी
चिकित्सकों और परिजनों के अनुसार मृतक की किडनी खराब थी तथा कई दिनों से बीमार चल रहा था। थनवास में छह कोरोना पॉजिटिव मामले आने पर कन्या स्कूल के सामने स्थित कुछ घरों को कंटेंनमेंट जोन बनाया हुआ था। कोरोना संक्रमित लोग अस्पताल में उपचाराधीन हैं। कंटेनमेंट जोन में लोगों की आवाजाही पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया हुआ है। युवक का परिवार भी कंटेनमेंट जोन के अंतर्गत आता था। युवक पांच महीने से ज्यादा समय से बीमार था और बिस्तर पर ही था।
एंबुलेंस आने से पहले ही युवक की हुई मौत
रविवार सुबह उसकी हालत बिगड़ी। इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग का दी गई। एंबुलेंस पहुंचने से पहले ही करीब ग्यारह बजे युवक ने दम तोड़ दिया। चिकित्सकों की टीम ने जांच के बाद सामान्य मौत बताया लेकिन इधर युवक की मौत की सूचना पर गांव में हड़कंप मच गया। एसएमओ डॉ. अरुण कालरा की मौजूदगी में चिकित्सकों ने मृतक का कोविड-19 का सैंपल लिया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मी युवक के शव को पीपीइ कीट में लपेटकर श्मशान घाट ले गए। जहां स्वास्थ्य विभाग, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मृतक का अंतिम संस्कार करवा दिया।
पीपीइ किट में हुआ अंतिम संस्कार
युवक की सामान्य मौत हुई है। कंटेंनमेंट जोन में पहले भी युवक का कोई सैंपल नही लिया गया था। ग्रामीणों के संदेह होने पर मृतक का कोविड-19 का सैंपल लिया गया है। इसके बाद शव को पीपीइ किट में लपेटकर एंबुलेंस से श्मशान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार करवा दिया गया है।
- डॉ. अरूण कालरा, एसएमओ, सीएचसी नांगल चौधरी