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समुद्री लुटेरों के कब्जे में मर्चेंट नेवी में कार्यरत जयसिंह समेत 17 भारतीय

अपहरण की सूचना के बाद से भारत सरकार व कंपनी के अधिकारी लगातार लुटेराें अपहरणकर्ताओं के साथ-साथ अफ्रीकी राष्ट्र के अधिकारियों के साथ संपर्क में है।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 01:20 PM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 01:20 PM (IST)
समुद्री लुटेरों के कब्जे में मर्चेंट नेवी में कार्यरत जयसिंह समेत 17 भारतीय
समुद्री लुटेरों के कब्जे में मर्चेंट नेवी में कार्यरत जयसिंह समेत 17 भारतीय

नारनौल [राज कुमार]। नाइजीरिया में अपहृत किए गए समुद्री जहाज में सवार ग्राम डेरोली अहीर निवासी जयसिंह का एक सप्ताह से कोई सुराग नहीं लग पाया है और परिजनों काे उसकी चिंता खाए जा रही है। जयसिंह मर्चेंट नेवी में कार्यरत हैं और गत 3 दिसंबर को नाइजीरिया के समुद्री लुटेरों ने उस समुद्री जहाज अपहरण कर लिया गया था। जहाज में सवार लोगों में से जयसिंह समेत 18 भारतीय सवार हैं। जयसिंह के पिता सुरेंद्र सिंह पंच के मुताबिक उनका भारत सरकार एवं संबंधित कंपनी से लगातार संपर्क बना हुआ है और मंगलवार देर शाम हुई बातचीत अनुसार जयसिंह समेत सभी नागरिकों के सुरक्षित होना बताया गया है।

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ग्राम डेरोली अहीर निवासी करीब 26 वर्षीय जयसिंह वर्ष 2012 में मर्चेंट नेवी में भर्ती हुआ था और मुंबई की एंग्लो इस्टर्नशिप मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में बतौर मर्चेट नेवी थर्ड ग्रेड इंजीनियर के पद तैनात है। पिता सुरेंद्र सिंह के मुताबिक, एक माह पहले ही वह जहाज पर गया था। पिता सुरेंद्र सिंह के अनुसार, हरियाणा से केवल जयसिंह ही इस जहाज में सवार है और 3 दिसंबर की रात को नाइजीरिया तट के पास पहुंचा तो समुद्री लुटेरों ने हांगकांग के झंडे वाले वीएलसीसी, एनएवीई कांस्लेशन जहाज पर हमला कर उसका अपहरण कर लिया था। जहाज से लाेगाें के अपहरण की सूचना के बाद से भारत सरकार व कंपनी के अधिकारी लगातार लुटेराें, अपहरणकर्ताओं के साथ-साथ अफ्रीकी राष्ट्र के अधिकारियों के साथ संपर्क में है।

पिता सुरेंद्र सिंह के मुताबिक 4 दिसंबर जहाज के अपहरण होने की जानकारी फोन पर मिली। कंपनी ने एक हेल्पलाइन नंबर भी परिवार के लोगों को दिया है, जिस पर परिवार के लोग बीच-बीच में जहाज को छुड़ाए जाने को लेकर जानकारी जुटाते रहते हैं। उनके मुताबिक अपहरण की सूचना से जयसिंह की सुमन देवी व छोटी बहन समेत ग्रामीण भी दुखी हैं। जयसिंह अविवाहित हैं और छोटी बहन बीएससी में पढ़ रही है। सुरेंद्र सिंह गांव में खेतीबाड़ी का काम करते हैं। वह गांव के पंच रह चुके हैं।

सुरेंद्र सिंह ने जागरण संवाददाता को बताया कि जहाज छुड़वाने के लिए भारत सरकार एवं कंपनी पूरी गंभीरता से काम कर रहे हैं। सोमवार को उनके घर पर दिल्ली से भारत सरकार के अधिकारी आए थे। उन्होंने भी यही आश्वासन दिया कि भारत सरकार मामले को लेकर पूरी तरह गंभीर है। उन्होंने सभी भारतीय नागरिकों के सकुशल लौटने का भरोसा दिलाया है। उन्होंने भारत सरकार व कंपनी के अधिकारियों पर भराेसा जताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनका बेटा जरूर देश लौटेगा।

मंत्री से भी मिले हैं परिजन

दो दिन पहले जयसिंह के परिजन नारनौल के विधायक एवं हरियाणा सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव से भी मुलाकात कर उनसे सहयोगा मांगा है। मंत्री ने विदेश मंत्रालय से बातचीत कर उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।

समुद्री जहाज से लाया जा रहा है कच्चा तेल 

जानकारी मुताबिक नाइजीरियों द्वारा अपहृत किए गए समुद्री जहाज से कच्चा तेल लाया जा रहा है। पश्चिमी अफ्रीका की समुद्री सीमा में समुद्री डाकुओं ने 3 दिसंबर काे हांगकांग के ध्वज वाले जहाज अपहरण कर लिया है। क्षेत्र में समुद्री विकास पर नजर रखने वाली एक वैश्विक एजेंसी ने यह जानकारी भारत सरकार को दी है। समुद्री जहाज का उक्त दल कच्चे तेल के बड़े तेल टैंकर पर तैनात था। यह घटना नाइजीरिया के बोनी अपतटीय टर्मिनल के दक्षिण में 66 समुद्री मील की दूरी पर हुई। रिपोर्ट में बताया गया कि यह जहाज बोनी अपतटीय टर्मिनल से चला था। यह लगभग 13.3 समुद्री मील पर चल रहा था। 2010 में निर्मित टैंकर का स्वामित्व नेवियस मरीटाइम एक्वीजिशन के पास है।

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