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नपा प्रधान न्यायालय के सहारे कुर्सी बचाने में रही सफल

नगरपालिका प्रधान रीना बंटी न्यायालय के सहारे एक बार फिर अपनी कुर्सी बचाने में सफल रही।

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 08:13 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 05:14 AM (IST)
नपा प्रधान न्यायालय के सहारे कुर्सी बचाने में रही सफल
नपा प्रधान न्यायालय के सहारे कुर्सी बचाने में रही सफल

संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ: नगरपालिका प्रधान रीना बंटी न्यायालय के सहारे एक बार फिर अपनी कुर्सी बचाने में सफल रही। इस बार वह अपनी हिल रही कुर्सी को कुछ समय के लिए बचाने में सफल होने के कारण विरोधी खेमे में मायूसी व्याप्त हो गई। उच्च न्यायालय द्वारा 28 सितंबर की तिथि निर्धारित थी। निर्धारित तिथि पर सुनवाई करते हुए मतगणना पर रोक लगा दी गई और प्रधान द्वारा अविश्वास प्रस्ताव के विरुद्ध डाली गई याचिका पर सुनवाई के लिए आगामी आठ अक्टूबर की तिथि निर्धारित कर दी है। इससे प्रधान ने राहत महसूस की है। वहीं उसे एक अन्य मामले में स्टे मिली हुई थी तो कोविड महामारी के चलते निर्धारित तिथि पर एक्सटेंड न कर पाने के कारण उपायुक्त ने पार्षदों को अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए बीते 14 सितंबर की तिथि निर्धारित की थी। इसी दौरान प्रधान ने दस सितंबर को याचिका डाल करके प्रधान अविश्वास प्रस्ताव के परिणाम पर रोक लगवाने में सफल रही थी। विरोधी पार्षदों ने एसडीएम विश्राम कुमार मीणा की देखरेख में मतदान तो कर दिया। लेकिन परिणाम पर रोक होने के कारण मत पेटी को खजाने मे रखवा दिया गया था।

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निर्धारित तिथि पर स्टे एक्सटेंड का लाभ उठाते हुए उपायुक्त ने अविश्वास प्रस्ताव के आदेश दिए थे। अब स्टे एक्सटेंड करने के लिए दी गई अर्जी भी न्यायाधीश द्वारा स्वीकार कर लेने के कारण कानूनन वो स्टे एक्सटेंड हो गया। जिसकी सुनवाई के लिए आगामी 28 अक्टूबर की तिथि निर्धारित की हुई है। कानून के जानकारों के अनुसार स्टे एक्सटेंड करने की अर्जी मंजूर होने के कारण उपायुक्त द्वारा दिए गए अविश्वास प्रस्ताव के आदेशों एवं पार्षदों द्वारा किए गए मतदान की अब उतनी अहमियत नहीं रही। आठ अक्टूबर को होने वाली सुनवाई एवं न्यायाधीश के निर्णय पर ही यह मामला टिका हुआ है। लेकिन दोनों मामलों में प्रधान को राहत मिलने के कारण वे अपने कुर्सी को सुरक्षित समझ रहे हैं। मई 2021 में नपा के चुनावों की तिथि नजदीक होने के कारण कयास लगाए जा रहे हैं कि न्यायालय के सहारे प्रधान रीना बंटी अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी। विगत लगभग साढ़े चार वर्षों में रीना बंटी न्यायालय के सहारे ही कुर्सी पर बनी हुई है। अनेकों बार शह मात का खेल हुआ है। लेकिन हर बार किसी न किसी तरीके से रीना बंटी कुर्सी बचाने में सफल रही है।


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