हरियाणा में शराब पर नहीं होता एमआरपी
देश भर के विभिन्न उत्पादों में आपने एमआरपी ( अधिकतम खुदरा मूल्य) लिखा देखा होगा। उसी आधार पर सामान की खरीदारी भी करते हैं लेकिन हरियाणा में बिकने वाली शराब की बोतलों पर कोई एमआरपी (रेट) ¨प्रट नहीं होता है। जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत नारनौल के राजेंद्र कुमार द्वारा आबकारी एवं काराधान विभाग द्वारा मांगी गई जानकारी से यह पर्दाफाश हुआ है। विभाग ने कहा है कि हरियाणा राज्य अंग्रेजी शराब की बोतलों पर एमआरपी ¨प्रट नहीं होता। क्योंकि यह आबकारी नीति का हिस्सा है नीति में बिक्री रेट फिक्स है न की अधिकतम। ग्राहक को बिल देना अनिवार्य है, इसके लिए बाकायदा महेंद्रगढ़ जिला में ठेकेदारों को बिल बुक छपवा कर दी गई है।
सुनील कुमार, नारनौल :
देश भर के विभिन्न उत्पादों में आपने एमआरपी (अधिकतम खुदरा मूल्य) लिखा देखा होगा। उसी आधार पर सामान की खरीदारी भी करते हैं लेकिन हरियाणा में बिकने वाली शराब की बोतलों पर कोई एमआरपी (रेट) ¨प्रट नहीं होता है।
जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत नारनौल के राजेंद्र कुमार द्वारा आबकारी एवं काराधान विभाग द्वारा मांगी गई जानकारी से यह पर्दाफाश हुआ है। विभाग ने कहा है कि हरियाणा राज्य के अंग्रेजी शराब की बोतलों पर एमआरपी ¨प्रट नहीं होता। क्योंकि यह आबकारी नीति का हिस्सा है नीति में बिक्री रेट फिक्स है न कि अधिकतम। ग्राहक को बिल देना अनिवार्य है, इसके लिए बाकायदा महेंद्रगढ़ जिला में ठेकेदारों को बिल बुक छपवा कर दी गई है। लोगों की जेब पर डाका डाल रहे हैं शराब माफिया
जिला में 90 शराब के ठेके हैं लेकिन एक भी ठेका ऐसा नहीं है जहां पर ठेके के बाहर मूल्य सूची लगी हो। ग्राहकों को बिल तक नहीं दिया जा रहा है। शराब माफिया लोगों की जेब पर डाका डाल रहे हैं, लेकिन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। अभी हाल में ही उप आबकारी एवं कराधान आयुक्त धर्मवीर ¨सह का तबादला हुआ। उनके स्थान पर चंडीगढ़ से जितेंद्र राघव की तैनाती हुई पर आदेश के एक सप्ताह बाद भी उन्होंने अपना कार्यभार नहीं लिया है। एई आबकारी अजीत ¨सह का कहना है कि वह इस मामले को दिखवाएंगे।