ग्रामीण सफाई मजदूरों की सुनवाई के लिए मंत्री से तीन को होगी मी¨टग
प्रदेशभर के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों एवं समस्याओं पर चर्चा करने के लिए विकास एंव पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ की अध्यक्षता में 3 जुलाई को पंचायत विभाग और ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा ( सीटू ) के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता होगी। यह वार्ता चंडीगढ़ के 2
जागरण संवाददाता, नारनौल :
प्रदेशभर के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों एवं समस्याओं पर चर्चा करने के लिए विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ की अध्यक्षता में 3 जुलाई को पंचायत विभाग और ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा ( सीटू ) के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता होगी। यह वार्ता चंडीगढ़ के 28 सेक्टर में स्थित हरियाणा पंचायत भवन में होगी। यह जानकारी ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन प्रदेश महासचिव विनोद कुमार ने दी।
उन्होंने बताया कि विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने गत 26 जून को उठाई गई मांगों पर चर्चा करते हुए एक सप्ताह में सभी मांगों का समाधान करने का आश्वासन दिया था। उसी कड़ी में 3 जुलाई को पंचायत मंत्री ने मी¨टग करेंगे। उन्होंने बताया कि यदि इस बैठक में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं किया गया तो राज्य भर के 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मचारी 15-16 जुलाई को सभी जिला मुख्यालयों पर 24 घंटे का पड़ाव डालेंगे। उन्होंने मांगों के संदर्भ में कहा कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का वेतन जबसे पंचायतों के खातों में जाना शुरू हुआ है, तभी से भारी बेगार और शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। पूरे राज्य में 3 से लेकर 6 माह तक का वेतन ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का बकाया पड़ा है। सफाई कर्मचारियों के सामने वेतन न मिलने से पेट भरने के लाले पड़ गए हैं। पैसे के अभाव में बच्चों के दाखिले नहीं करवा पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में नगर पालिका और ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को 8100 रुपये वेतन मिलता था। आज 2018 में शहर के सफाई कर्मचारियों को 13,500 रुपये वेतन अन्य भत्ते दिए जा रहे हैं, लेकिन गांव में झाड़ू लगाने वाले सफाई कर्मियों को केवल 10 हजार रुपये दिया जा रहे हैं और कोई किसी प्रकार का भत्ता नही दिया जाता।