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देर रात तक चला जन्माष्टमी का उत्सव, धूमधाम से मनाया

जिलेभर में विभिन्न स्थानों पर बुधवार को जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Aug 2020 07:19 PM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 07:19 PM (IST)
देर रात तक चला जन्माष्टमी का उत्सव, धूमधाम से मनाया
देर रात तक चला जन्माष्टमी का उत्सव, धूमधाम से मनाया

जागरण संवाददाता, नारनौल : जिलेभर में विभिन्न स्थानों पर बुधवार को जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने कृष्ण कन्हैया की माया न्यारी, इसे पूजे दुनिया सारी, सहित विभिन्न भजनों से कान्हा का स्वागत किया। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते इस बार मंदिरों में दिखने वाला उत्सव और भीड़ कम रही लेकिन श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा। इस दौरान श्रद्धालुओं ने राधा कृष्ण की मूर्तियों को नए वस्त्र पहनाए। इसके अलावा झांकियां निकालने पर प्रतिबंध के चलते केवल पूजा अर्चना और प्रसाद वितरण तक सिमटकर रह गए। सुबह से व्रत किए हुए लोगों ने रात को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के बाद ही पूजा अर्चना करने के बाद ही भोजन किया। नारनौल शहर में विभिन्न मंदिरों नैनादेवी फतेह मंदिर, चामुंडा देवी मंदिर, प्राचीन हुनुमान मंदिर, रेवाड़ी रोड पर मोडावाला मंदिर, सीताराम मंदिर आदि को रोशनी से सजाया हुआ था। जगमग लाइट के बीच शाम होते होते श्रद्धालुओं का पहुंचना आरंभ हो गया। इस बार किसी भी मंदिर में झांकियां निकालने पर प्रतिबंध था। इसलिए अधिकांश मंदिरों में पूजा अर्चना के साथ प्रसाद वितरण का कार्य हुआ। आसपास के गली मोहल्लों के लोग ही पहुंचे थे। झांकियां नहीं निकलने के कारण कुछ छोटे बच्चे भगवान श्रीकृष्ण की वेशभूषा में मंदिरों में पहुंचे थे। इसी प्रकार के कार्यक्रम महेंद्रगढ़, सतनाली, अटेली, नांगलचौधरी, कनीना, सिहमा खंड के विभिन्न मंदिरों में आयोजित हुए।

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प्रबंधन कमेटी जुटी रही शारीरिक दूरी बनाने में:

इस बार प्रशासन की ओर से मंदिरों में भीड़ एकत्रित नहीं होने देने की हिदायत थी। मंदिर कमेटी के पदाधिकारी और सदस्य श्रद्धालुओं को शारीरिक दूरी बनाने और मास्क पहनने के लिए जागरूक करते रहे। ---

कनीना क्षेत्र में मनाई जन्माष्टमी

कनीना एवं आस पास क्षेत्रों में जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया। इस मौके पर लोगों ने व्रत रखा, भजन चलते रहे वहीं दिनभर राधा कृष्ण को पोशाक पहनाई गई। कनीना एवं आस पास श्रीकृष्ण मंदिरों में चहल पहल रही। काफी संख्या में भक्त आए और राधाकृष्ण को पोशाक पहनाई। श्रद्धालु आशा यादव, नीलम देवी, शकुंतला देवी आदि ने बताया कि उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण को साथ में राधा को नए वस्त्र पहनाए हैं। व्रत रखकर भजन दिनभर चलते रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी राधा एवं श्रीकृष्ण के स्वांग रचे गए। कनीना के विभिन्न मंदिरों में भजन चलते रहे तथा लोग सज धज कर आ रहे थे। बड़ा ठाकुर जी का मंदिर कनीना में अष्टमी पर्व मनाया गया। कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए ठाकुर जी के मंदिर कनीना में भक्तों का आना जाना रहा। कंवरसेन वशिष्ठ ने बताया कि भक्तों के द्वारा राधा कृष्ण वस्त्र, चांदी के मुकुट, मुरली ठाकुर जी के चरणों में पुजारी द्वारा स्वीकार की जाती है। पुजारी सभी भक्तों का आने पर टीका लगाकर चरणामृत से भक्तों का स्वागत किया। देर रात तक चले भजन कीर्तन में पुजारी कंवरसेन वशिष्ठ, घनश्याम दास, प्रवेश शर्मा, पूरण शर्मा, मोनी शर्मा प्रमोद शर्मा, मनोज शर्मा आदि विभिन्न प्रभार संभाले हुए थे।

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ई-कांफ्रेंस के माध्यम से मनाई जन्माष्टमी

जागरण संवाददाता, नारनौल:

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से जन्माष्टमी का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। यह कार्यक्रम ई-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मनाया गया। इस कार्यक्रम में माउंट आबू से राजयोगी सतीश भाई ने श्रीकृष्ण की महिमा के गीत गाकर समां बांध दिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में रायपुर जोन की संचालिका राजयोगिनी कमल दीदी ने अपने आशीर्वचनों से सभी को लाभान्वित किया। कार्यक्रम में आइज टै्रफिक राजश्री ने ई-कॉन्फैंस के माध्यम से सभी के बीच उपस्थित हुई तथा अपने विचार सभी के साथ साझे किए। उन्होंने इस पावन पर्व पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए यातायात के नियमों के साथ जीवन के नियमों के बीच संतुलन बनाने का संदेश दिया। इस अवसर पर उपायुक्त आरके सिंह ने सपत्नी यहां उपस्थित होकर बताया कि श्रीकृष्ण के चरित्र से हमारे आम जीवन में आचार, विचार व व्यवहार में शुद्धिकरण की बात कही। इस अवसर पर श्रीकृष्ण की महिमा के गीतों पर छोटी-छोटी बालिकाओं कुमारी जयमाला, रश्मि, कुमकुम व राधिका आदि ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य घर-घर को मंदिर बनाएं-श्री कृष्ण मुरारी को झूला झूलाएं। इसके तहत ई-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 109 परिवारों के छोटे-छोटे बच्चों को उनके परिवार के सदस्यों ने श्री कृष्ण के वेश में सजाया व उन्हें तिलक लगाया। दिव्य ज्योति आश्रम की मुख्य संचालिका रतन दीदी ने अपनी ओर से श्री कृष्ण प्रेमियों को शुभकामनाएं दीं।


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