मांग मनवाने के लिए धर्म परिवर्तन की धमकी देना निदनीय
अपनी मांगे मनवाने के लिए धर्म परिवर्तन की धमकी देना निदनीय है।
जागरण संवाददाता, नारनौल : अपनी मांगे मनवाने के लिए धर्म परिवर्तन की धमकी देना निदनीय है तथा इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। यह बात जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं जिला धर्म जागरण समन्वय के पदाधिकारी मनीष वशिष्ठ एडवोकेट ने कही। उन्होंने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद, हटाए गए पीटीआई अध्यापकों ने रेवाड़ी में अपने प्रदर्शन के दौरान चेतावनी दी है कि यदि उन्हें 30 दिनों में बहाल नहीं किया गया तो, वे हिदू धर्म छोड़ कर मुस्लिम धर्म अपना लेंगे। उनकी सहानुभूति हटाए गए पीटीआई शिक्षकों के साथ है लेकिन धर्म परिवर्तन के नाम पर ब्लैकमेल किए जाने के वे विरोध में हैं। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 में किसी भी धर्म को मानने की स्वतंत्रता है लेकिन धर्म परिवर्तन की धमकी देकर ब्लैकमेल करके अपनी मांगे मनवाने की धमकी देना धार्मिक भावना को आहत करने का अपराध है। उन्होंने कहा कि यह धमकी रेवाड़ी जिले में हो रहे प्रदर्शन से उठी है लेकिन इसके पीछे संपूर्ण प्रदेश से समर्थन की बात की जा रही है। उन्होंने कर्मचारी नेताओं से भी अपनी मांगों को लोकतांत्रिक तरीके से उठाने तथा इस प्रकार की धमकी को किसी भी तरह से प्रचारित नहीं होने देने का आह्वान किया।