मांगों के समर्थन में सरपंचों का धरना तीसरे दिन भी जारी
संस, कनीना : अपनी मांगों के समर्थन में सरपंचों का अनिश्चितकालीन धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा
संस, कनीना : अपनी मांगों के समर्थन में सरपंचों का अनिश्चितकालीन धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा लेकिन सरकार व प्रशासन की ओर से अब तक किसी ने धरने पर बैठे सरपंचों की सुध तक नहीं ली है। आज इस धरने पर बैठे सरपंचों की अध्यक्षता नांगल हरनाथ के सरपंच राजेन्द्र ¨सह ने की।
सरपंच यूनियन के प्रधान राजकुमार गागड़वास ने बताया कि वर्तमान भाजपा सरकार अंग्रेजों जैसे कानून बनाकर सबको अपनी मुट्ठी में लेना चाहती है और मनमर्जी से कार्य करना चाहती है जो बिलकुल गलत है। सरपंचों ने कहा कि सरकार एक तरफ तो गांवों में विकास के लिए एक पैसा तक नहीं दे रही, दूसरी तरफ इस प्रकार के कानून बनाकर ग्राम पंचायतों को बदनाम करवाने के कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में पंच व सरपंचों की जो दुर्गति हुई है, पहले कभी नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि उनकी प्रमुख मांगों में हरियाणा पंचायती राज एक्ट 1994 को पूर्णता लागू करवाना है। इसके अलावा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे परिवारों के बीपीएल कार्ड बनवाए जाएं, शहरों की तर्ज पर प्रधानमंत्री आवास योजना का दायरा बढ़ाकर गांव में गरीबी और जरूरतमंद परिवारों को छत मुहैया कराई जाए, खंड और जिला स्तर की तमाम सुविधाएं गांवों में उपलब्ध करवाई जाएं, गांव में ई- पंचायत लागू करने से पहले तमाम संसाधन दिए जाएं, सरपंचों को मिलने वाले तीन हजार रुपये मानदेय में जायज बढ़ोतरी की जाए तथा अधिकारियों की बैठकों में भाग लेने पर किराया व दैनिक भत्ता दिया जाए।
झगड़ाली के सरपंच, सरपंच पोता, सरपंच रसूलपुर, सरपंच गागड़वास, सरपंच कोटियां, सरपंच झिगावन, सरपंच सिगड़ा, सरपंच मुडायन, सरपंच करीरा, सरपंच कैमला, सरपंच छितरोली, सरपंच नोताना, सरपंच ककराला, सरपंच धनोन्दा, सरपंच उन्हाणी, सरपंच स्याणा, सरपंच चेलावास, सरपंच खेड़ी, सरपंच झाड़ली, सरपंच उच्चत के अलावा अन्य गांवों के सरपंचों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया।