सरकार की हठधर्मिता का जवाब देने की चेतावनी
बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का क्रमिक अनशन 54वें दिन जारी रहा।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का क्रमिक अनशन 54वें दिन जारी रहा। शुक्रवार को रेशम देवी, कुमारी रानी, कुमारी मुन्नी, और शर्मिला देवी अनशन पर बैठे। मंच संचालन कर रहे अध्यापक संघ के जिला प्रधान रमेश कुमार ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा कोरोना की आड़ में श्रम कानूनों एवं संवैधानिक अधिकारों में किए जा रहे जनविरोधी बदलावों तथा मजदूर, किसान, कर्मचारी, नौजवान व जन विरोधी नीतियों के खिलाफ देशभर के मजदूर, किसान, कर्मचारी संगठनों एवं ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर नौ अगस्त को सत्याग्रह आंदोलन करने जा रहा है। इसमें 1983 पीटीआइ अध्यापकों की फिर से सेवा बहाल करने की मांग प्रमुखता से है। उन्होंने सरकार की हठधर्मिता का जवाब आंदोलन से देने की चेतावनी दी। महेश यादव ने बताया कि जब-जब सरकारों ने किसी भी वर्ग पर अत्याचार करने का प्रयास किया है तब तब कर्मचारी संघ ने सरकार की गलत नीतियों का विरोध करके आमजन के हितों की रक्षा करने का कार्य किया है। कौशल कुमार ने कहा कि आमजन का जनसमर्थन जुटाने में जितना पीटीआइ अध्यापक कामयाब हुए हैं उतना शायद पहले कोई भी नहीं कर सका। स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के राज्य उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि छात्र संगठन पहले ही पीटीआइ अध्यापकों के आंदोलन का समर्थन कर चुका है। इस अवसर पर धर्मपाल शर्मा, दिनेश यादव व महेंद्र सिंह बोयत आदि अध्यापक मौजूद थे।