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संविधान की प्रतियां जलाने वालों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन

दिल्ली के जंतर-मंतर पर संविधान की प्रतियां जलाने के विरोध में सर्व अनुसूचित जाति जनजाति संघर्ष समिति द्वारा लघु सचिवालय में धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया। धरना उपरांत एसडीएम जगदीश शर्मा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा तथा संविधान के प्रतियां जलाने वालों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की गई। इसके साथ ही शिकायत की एक कापी एसपी विनोद कुमार को एफआइआर दर्ज करने के लिए दी गई, जिस पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। अध्यक्षता समिति के जिला

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Aug 2018 06:56 PM (IST)Updated: Mon, 13 Aug 2018 06:56 PM (IST)
संविधान की प्रतियां जलाने वालों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन
संविधान की प्रतियां जलाने वालों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, नारनौल :

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दिल्ली के जंतर-मंतर पर संविधान की प्रतियां जलाने के विरोध में सर्व अनुसूचित जाति जनजाति संघर्ष समिति द्वारा लघु सचिवालय में धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया। धरना उपरांत एसडीएम जगदीश शर्मा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा तथा संविधान के प्रतियां जलाने वालों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की गई। इसके साथ ही शिकायत की एक कापी एसपी विनोद कुमार को एफआइआर दर्ज करने के लिए दी गई, जिस पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। अध्यक्षता समिति के जिला प्रधान भागीरथ खनगवाल ने की, जबकि धरने का संचालन सहसचिव जसवंत ¨सह भाटी ने किया।

धरने को संबोधित करते हुए जिला प्रधान खनगवाल ने कहा कि लगभग सभी राजनीतिक दल केवल वोट बटोरने के लिए डा. भीमराव अंबेडकर के नाम का उपयोग करते हैं, लेकिन ये दल सामंतवादी व्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए जहां संविधान का अपमान होता है, वहां उनका विरोध करने का साहस नहीं दिखा पाते क्योंकि उन्हें इस बात का भय रहता है कि कहीं सामंतवादी वोट बिखर न जाए। अनुसूचित जाति-जनजाति समाज वर्तमान समय में अपनी सुरक्षा करने में स्वयं सक्षम है। यह खुला देशद्रोह का मामला बनता है तथा सरकार को इन्हें शह देने या हलके में लेने की बजाए इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

महासचिव बिरदी चंद गोठवाल ने कहा कि दिल्ली जंतर-मंतर पर 9 अगस्त को कुछ शरारती तत्वों द्वारा भारतीय संविधान को जलाया गया और घोर ¨नदनीय नारे भी लगाये। इसलिए यह पूर्णतया देशद्रोह का मामला बनता है। कोषाध्यक्ष एवं पूर्व नायब तहसीलदार लालाराम ने कहा कि इस जघन्य व कुकृत्य काण्ड को पुलिस की मौजूदगी में अंजाम दिया गया । इसकी जितनी ¨नदा की जाए, उतनी कम है। इससे पूरा देश शर्मसार हुआ है और अनुसूचित जाति-जनजाति के लोग अपमानिक महसूस कर रहे हैं। इस अवसर पर भीम ¨सह दहिया एडवोकेट, प्रचार सचिव सुनिता वर्मा, ब्लाक प्रधान ओमप्रकाश दायमा,हरि ¨सह रेवाला, सुमेर अम्बेडकर, बनवारी लाल बड़कोदिया, दयानन्द सांवरिया, राजेश चांवरिया, पूर्व सरपंच रोशनी देवी, आशा पूनिया, शिवनारायण मोरवाल, हरिराम महरानिया, ओमनारायण श्रेष्ठ, सुरेन्द्र अम्बेड़कर, राजपाल मास्टर, जयंती, डा. रोहतास नूनीवाल, एडवोकेट गजानंद, भूप ¨सह, धर्मबीर, रामकुमार ढैणवाल,अमर ¨सह निम्होरिया, अशोक दास, पूर्ण चन्द नारनौलिया, राज ¨सह नम्बरदार, छोटे लाल बीईओ, जय¨सह नारनौलिया, जिले ¨सह, दिनेश डाबला, ओमप्रकाश छापड़ा, माडूराम, राजेश्वरी इंदौरा व हजारी लाल खटावला आदि उपस्थित थे।


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