मौसम में बदलाव आने से किसान परेशान
संस, कनीना : क्षेत्र में पल-पल मौसम बदलने से किसान परेशान हैं। गत दिनों तापमान में कमी आने के
संस, कनीना : क्षेत्र में पल-पल मौसम बदलने से किसान परेशान हैं। गत दिनों तापमान में कमी आने के बाद अब तीन दिनों से फिर से दिन में गर्मी पड़ने लगी है जो सरसों की फसल के लिए नुकसानदायक हो सकती है। कृषि वैज्ञानिक भी अचानक तापमान में बढ़ोतरी को नुकसानदायक बता रहे हैं। रात के समय ठंड पड़ने के बाद दिन के समय गर्मी पड़ती है। गर्मी इतनी पड़ रही है कि स्वेटर भी नहीं सुहाती।
किसान होशियार ¨सह, अजीत ¨सह राजेंद्र ¨सह तथा सूबे ¨सह का कहना है अगर इसी प्रकार ठंड पड़ने की बजाय गर्मी पड़ती रही तो रबी फसल तबाह हो जाएगी। रबी फसल ही एकमात्र वो फसल है जिसके सहारे किसान वर्षभर अपने परिवार को भरण पोषण करते हैं। खरीफ फसल तो महज चारे के लिए उगाई जाती है। किसान होशियार ¨सह ने अपनी सरसों की फसल दिखाते हुए बताया कि फसल फूल दिखाने लग गई है और वृद्धि रुक गई है। सर्दी पड़ने से ही फसल पर्याप्त बढ़ोतरी करती है।
गौर हो कि क्षेत्र में इस वक्त सरसों की करीब 18 हजार हेक्टेयर पर फसल खड़ी है तो गेहूं की फसल करीब दस हजार हेक्टेयर पर खड़ी है। बेहतर फसल है ¨कतु अभी से गर्मी पड़ने लगेगी तो सरसों में रोग लग जाएगा। कृषि वैज्ञानिक भी अब बढ़ रहे तापमान को फसलों के लिए अच्छा नहीं मान रहे हैं। पूर्व कृषि अधिकारी डा. देवराज यादव ने बताया कि सरसों की फसल के लिए पर्याप्त सर्दी की जरूरत पड़ती है। सर्दी न पड़ना फसल के लिए खतरे का संकेत है। गेहूं एवं जौ की फसल को भी नुकसान होने का आसार है।