आवारा पशुओं से किसान परेशान, प्रशासन से लगाई गुहार
संवाद सहयोगी, सतनाली : खंड के गांवों के किसानों के लिए आवारा घूमने वाले पशु व विदेशी न
संवाद सहयोगी, सतनाली : खंड के गांवों के किसानों के लिए आवारा घूमने वाले पशु व विदेशी नस्ल की गाय व सांड सिरदर्द बनते जा रहे हैं। दिन व रात के समय झुंड में घूमने वाले ये आवारा पशु खेतों में घुस जाते है तथा उनकी सारी फसल को चौपट कर देते हैं।
क्षेत्र के किसान आवारा पशुओं से मुक्ति दिलवाने की मांग को लेकर अनेक बार प्रशासन व सरकार से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा। क्षेत्र के गांव बारड़ा, डालनवास, पथरवा, जवाहरनगर, श्यामपुरा, जड़वा सहित अनेक गांवों के किसानों ने बताया कि आवारा सांडों व पशुओं को पकड़ऩे की मांग को लेकर उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही। इस मांग को लेकर शिक्षामंत्री व जिला उपायुक्त को भी अवगत करवाया गया लेकिन उन्होंने भी समस्या समाधान का कोई प्रयास नहीं किया।
किसानों ने बताया कि आवारा घूमने वाले ये पशु उनके खेतों में घुस जाते हैं फसलों को खराब कर देते है। ऐसे में उन्हें रातभर जागकर खेतों में फसलों की रखवाली करनी पड़ रही है। सर्दी के मौसम में उन्हें रातभर जागना पड़ रहा है। इस बारे में क्षेत्र की सभी गौ शालाओं में इन्हें पकड़ऩे की मांग की जा चुकी है, लेकिन कोई भी गौशाला इन्हें आसरा देने के लिए तैयार नहीं है।
किसानों ने बताया कि उनके गांवों से क्षेत्र की गौ शालाओं को लाखों रुपये चंदा, सैकड़ों मण अनाज व तूड़ी आदि दी जाती है, लेकिन इसके बावजूद कोई भी गौशाला इनको आश्रय देने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने बताया कि खंड में चार गौशाला हैं तथा ये केवल चंदा लेने के लिए आगे आती हैं, गऊओं की देखभाल व उन्हें आश्रय प्रदान करने के लिए कोई प्रयास नहीं करती। कभी धार्मिक आयोजनों के नाम पर तो कभी घर-घर जाकर गौ दान के नाम पर चंदा एकत्रित करने तक ही ये गौ शालाएं सीमित हैं।
उन्होंने बताया कि पूरे सतनाली क्षेत्र की सड़कों व खेतों में सैकड़ों की संख्या में आवारा सांड घूमते रहते हैं तथा सड़क मार्गों पर तो हादसों का भी सबब बन चुके हैं। ये पालतू पशुओं पर भी हमला कर देते हैं तथा उनका चारा खा जाते हैं, जिस कारण उन्हें खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा मामले में कोई कार्रवाई न करने के कारण किसानों में प्रशासन के खिलाफ रोष पनप रहा है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि आवारा रूप में घूमने वाले आवारा पशुओं व सांड़ों को पकड़कर गौ शालाओं में नहीं भिजवाया गया तो वे प्रशासन के खिलाफ सतनाली-महेंद्रगढ़ मुख्य मार्ग जाम करने के लिए मजबूर होंगे।