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फर्जी पटवारी बनकर ग्रामीणों से रुपये ऐंठे, पता चलते ही भागा

संवाद सहयोगी, मंडी अटेली गांव तिगरा में पंचायत की ओर से बीपीएल परिवारों को दिए गए प्लाटों को नापन

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Apr 2018 08:08 PM (IST)Updated: Wed, 04 Apr 2018 08:08 PM (IST)
फर्जी पटवारी बनकर ग्रामीणों से रुपये ऐंठे, पता चलते ही भागा
फर्जी पटवारी बनकर ग्रामीणों से रुपये ऐंठे, पता चलते ही भागा

संवाद सहयोगी, मंडी अटेली

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गांव तिगरा में पंचायत की ओर से बीपीएल परिवारों को दिए गए प्लाटों को नापने के नाम पर एक फर्जी पटवारी ने ग्रामीणों से एक-एक हजार रुपये ऐंठ लिए। ग्रामीणों को जब उसके फर्जी होने का संदेह हुआ तो पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस मौके पर पहुंचती इससे पहले ही फर्जी पटवारी ग्रामीणों के रुपये लौटाकर भाग छूटा।

जानकारी के अनुसार तिगरा ग्राम पंचायत की ओर से गांव के गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को प्लॉट दिए गए थे। बुधवार को एक व्यक्ति गांव में पहुंचा और इन प्लाट धारकों के प्लाटों की नपाई कर चिह्नित करने का झांसा दिया। इसकी एवज में उसने हर प्लाट धारक से एक-एक हजार रुपये मांगे। कुछ ग्रामीणों ने उसे रुपये देकर प्लाट की नपाई कराने पर सहमति जता दी। इसी दौरान ग्रामीणों को जानकारी मिली कि इस तरह का कोई व्यक्ति पटवारी नहीं है। इस पर गांव के लोगों ने फर्जी पटवारी के बारे में थानेदार को सूचना दी। थानेदार ने मौके पर पहुंच कर मामले की जांच शुरू की। पुलिस को दी शिकायत में 8-10 लोगों ने बताया कि एक व्यक्ति यहां प्लाट नापने आया और कहने लगा कि आप लोग अपने-अपने प्लाट का पता कर लो कि आपके प्लाट कहा-कहां हैं। इसके लिए एक हजार रुपये फीस लगेगी। फीस लेने के बाद व्यक्ति ने किसी का प्लाट किसी को बता दिया। इससे प्लाट धारकों के बीच झगड़े की नौबत आ गई। बाद में उसको पकड़ने लगे तो वह रुपये वापस देकर भाग गया।


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