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छतों से गुजरते बिजली के तार हो रहे जानलेवा सिद्ध, बीटेक का छात्र चपेट में

भाजपा के जिला कार्यालय के समीप शिव कॉलोनी में बने पीजी (पेइंग गेस्ट) शांति रेजीडेंसी की छत पर फतेहाबाद के एक युवक को करंट लग गया। करंट लगने से वह बुरी तरह से झुलस गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Dec 2019 08:23 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 06:16 AM (IST)
छतों से गुजरते बिजली के तार हो रहे जानलेवा सिद्ध, बीटेक का छात्र चपेट में
छतों से गुजरते बिजली के तार हो रहे जानलेवा सिद्ध, बीटेक का छात्र चपेट में

जागरण संवाददाता, नारनौल : भाजपा के जिला कार्यालय के समीप शिव कॉलोनी में बने पीजी (पेइंग गेस्ट) शांति रेजीडेंसी की छत पर फतेहाबाद के एक युवक को करंट लग गया। करंट लगने से वह बुरी तरह से झुलस गया। जिसे उपचार के लिए गेटवेल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार उपरांत उसे रेफर दिया। परिजन उसे हिसार अस्पताल लेकर गए हैं। जबकि इस घटना के दौरान जोरदार धमाका होने से हुडा व शिव कालोनी के लोगों में भय का माहौल बन गया। मौके पर सिटी एसएचओ सुनील कुमार ने तफ्तीश शुरू की।

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भाजपा कार्यालय के समीप ही शिव कॉलोनी शांति रेजीडेंसी नामक पीजी बना है। इसी पीजी में फतेहाबाद जिला के गांव बडोपल निवासी करीब 25 वर्षीय ठंडुराम पुत्र रणसिंह ठहरा हुआ था। वह गत 11 दिसंबर को यहां आया था। वह बीटेक का छात्र होने के कारण यहां परीक्षा देने आया था और उसका परीक्षा केंद्र पीजी ब्वॉय कॉलेज नारनौल में था। वह शनिवार का शांति पीजी में था, तब अचानक मोबाइल फोन पर बातें करते-करते वह पीजी की छत पर चला गया, जहां छत से गुजर रहे इंडस्ट्रीज फीडर को जा रही 33 हजार वोल्टेज की तारों से उसे करंट लग गया। इस करंट के दौरान वहां लगी सोलर लाइट की ट्यूब आदि फट गए, जिससे जोरदार धमका हुआ, जबकि ठंडुराम बुरी तरह से झुलसकर वहीं गिर गया। जोरदार धमाका होने के कारण आसपास के लोग डर गए। जबकि करंट में झुलसे युवक ने डरावने तरीके से चीखना शुरू कर दिया। इसी आवाज को सुनकर भाजपा मीडिया सेल के इंचार्ज आनंद मेहता वगैरा दौड़कर उक्त पीजी की छत पर गए और बड़ी मुश्किल से घायल युवक को छत से उतारा। युवक का भारी शरीर होने एवं बांस की सीढ़ी से उसे उतारने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। भाजपा जिलाध्यक्ष शिवकुमार मेहता से मिलने आए काफी लोग वहां मौजूद थे, जिन्होंने युवक की मदद की।

बाद में पुलिस कंट्रोल रूम एवं एंबुलेंस को सूचना देने पर वह मौके पर पहुंचे और छत से उतारकर भाजपा कार्यालय गए, झुलसे युवक को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। युवक को गेटवेल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया। बाद में नारनौल में ही युवक के परिजनों के जानकार होने पर उसे रेफर कर दिया गया, जो उसे हिसार लेकर गए। झुलसे युवक के भाई रामचंद्र के अनुसार वह उपचाराधीन है और बोलने में अनफिट है। रामचंद्र ने यह भी बताया कि चिकित्सकों का कहना है कि उसके भाई को सीधे तार से करंट लगने की बजाए चमक से करंट लगा है। बिजली निगम के अनुसार 11 बजकर 53 मिनट पर जोरदार धमाके के साथ पॉवर कट गई थी।

छत से गुजरते तार हो रहे जानलेवा साबित :

बेशक से नई सरकार के गठन उपरांत बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह चौटाला ने पहली ही मीटिग में बिजली निगम के अधिकारियों को झूलती तारों को कसने एवं लोहे के खंभे हटाने के आदेश जारी किए हों, लेकिन अब भी शहर एवं गांवों में अनेक जगहों पर बिजली की झूलती तारें मिल जाएंगी। छतों के ऊपर से गुजरती लाइनों के कारण अनेक हादसे हो चुके हैं। ढाणी कोजिदा व हुडा समेत अनेक जगहों पर आए दिन छतों से गुजरते तारों के कारण बार-बार हादसे हो रहे हैं। शिव कॉलोनी के मकानों के ऊपर से इंडस्ट्री एरिया के फीडर को जाने वाली 33 हजार वोल्टेज की लाइन की चपेट में उक्त युवक आ गया और वह करीब 70 फीसद तक झुलसने से उसका जीवन खतरे में पड़ गया है।

नियमों के विरुद्ध बनाए निगम ने मकान :

बिजली निगम के शहरी एसडीओ विशाल राजपूत का कहना है कि तारों तक मकान बनाना ही गलत है। शिव कॉलोनी में इससे ज्यादा ऊंचाई नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि एलटी की लाइनें वह अपने स्तर पर बदल देते हैं, लेकिन 11 हजार या 33 हजार की लाइनों के लिए विशेष अनुमति लेनी पड़ती है। निगम की ओर से कई बार नोटिस भी दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए निगम एस्टीमेट बनाकर उपभोक्ता को देता है, जिसके उपरांत ही लाइनें बदली जाती हैं। वर्जन :

करंट से झुलसे युवक को रेफर कर दिया गया है और वह बयान देने की अवस्था में नहीं होने के कारण किसी पर केस नहीं बनाया गया है। मामला मेरे संज्ञान में है और शिकायत मिलते ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

- सुनील कुमार, सिटी एसएचओ, नारनौल।

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वर्जन :

पीजी संचालक विनिता सैनी एवं एडवोकेट राजेश सैनी के मुताबिक जिस वक्त हादसा हुआ, उस समय छत की टंकी में पानी चढ़ाया जा रहा था, जिस कारण छत के रास्ते का दरवाजा खुला था। पीजी आने वालों को छत पर जाने से रोका भी जाता है, लेकिन यह न जाने कब वहां चढ़ गया और करंट की चपेट में आ गया। सरकार ने छतों से गुजरते बिजली के तार अप्रैल तक हटाने के आदेश पहले ही दे रखे हैं।


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