Move to Jagran APP

गैंगस्टरों की शरणस्थली बनी जैनपुर की लोह मिश्रण पहाड़ी

संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी : नांगल चौधरी शहर के साथ लगते गांव जैनपुर की पहाड़ी गैंगस्टरों की शरणस्थली बनी हुई है। यहां राजस्थान तक के नामी गैंगस्टर बंदूक के बल पर रातभर पत्थर खनन करते हैं। पहाड़ी में लोह मिश्रण अधिक होने से गैंगस्टरों की इस पहाड़ी पर गिद्ध निगाहें हैं। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा की जनक्रांति रथयात्रा के स्वागत कार्यक्रम किया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Aug 2018 06:21 PM (IST)Updated: Wed, 22 Aug 2018 06:21 PM (IST)
गैंगस्टरों की शरणस्थली बनी जैनपुर की लोह मिश्रण पहाड़ी
गैंगस्टरों की शरणस्थली बनी जैनपुर की लोह मिश्रण पहाड़ी

संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी :

loksabha election banner

नांगल चौधरी शहर के साथ लगते गांव जैनपुर की पहाड़ी गैंगस्टरों की शरणस्थली बनी हुई है। यहां राजस्थान तक के नामी गैंगस्टर बंदूक के बल पर रातभर पत्थर खनन करते हैं। पहाड़ी में लोह मिश्रण अधिक होने से गैंगस्टरों की इस पहाड़ी पर गिद्ध निगाहें हैं। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा की जनक्रांति रथयात्रा के स्वागत कार्यक्रम के दौरान नांगल सोडा निवासी सतबीर की गोली मारकर की गई हत्या के बाद यहां हो रहा अवैध खनन फिर सुर्खियों में है। इससे पहले खनन माफियाओं ने राजकीय बटारण स्कूल के पास फाय¨रग की थी। यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि माफिया ने खनन के प्रतिशोध में सतबीर की गोली मारकर हत्या कर दी। यहां पिस्टल के बल पर हुई करीब एक दर्जन वारदातें आज भी पुलिस के रोजनामचे में धूल फांक रही है।

हालांकि पहाड़ी में खनन पुलिस व माइ¨नग विभाग की मिलीभगत से ही चल रहा है। आंकड़ों पर गौर करें तो अपराध के ग्राफ में गत तीन वर्ष में तीन गुना इजाफा हुआ है। माफिया बेखौफ होकर जहां ब्ला¨स्टग कर अवैध खनन कर रहे हैं। वहीं छोटी-छोटी बात पर गोली चलाना आम हो गया है। हाल ही में सतबीर की हत्या के मामले में भी सामने आया है कि उसकी हत्या अवैध खनन का ट्रैक्टर पकड़वाने से नाराज होकर की गई थी। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि सतबीर पहले आरोपितों के साथ ही मिलकर काम करता था। कारण कुछ भी रहे हों लेकिन इस घटना ने जैनपुर की लोह मिश्रण पहाड़ी में बढ़ते अपराध को जरूर इंगित किया है।

----------------

धमाकों में रात गुजार रहे ग्रामीण

माफिया की करनी और पुलिस की अनदेखी पर नजर डालें तो यहां ग्रामीण धमाकों के साए में रात गुजारने को मजबूर हैं। ऐसे में यदि कोई ग्रामीण माफिया के खिलाफ शिकायत करने की जहमत भी उठाता है तो उसे पिस्टल का डर दिखाया जाता है। इससे ग्रामीण माफियाओं के खिलाफ कुछ बोलने को भी तैयार नहीं है।

---------

जैनपुर की पहाड़ी कर रही मालामाल:

दरअसल, जैनपुर की पहाड़ी ने गैंगस्टरों को कम समय में ही मालामाल कर दिया है। पहाड़ी के पत्थर में लोहे की मात्रा अधिक होने से एक ट्रैक्टर-ट्राली पत्थर ही करीब एक लाख रुपये में बिक रही है। यहां की पहाड़ी का पत्थर राजस्थान के पावटा, प्रागपुरा, शाहपुरा, नीमकाथाना व डाबला में आसानी से बेचा जा रहा है। पत्थर कीमती होने से गैंगस्टर मालामाल हो रहे है। इसी के साथ अपराध भी बढ़ रहे हैं।

----------------

वर्जन :

मैं जैनपुर की पहाड़ी में रास्ते कटवाने पहुंचा था। माफियाओं ने जेसीबी चालक को धमका दिया। इससे जेसीबी चालक वापस आ गया। पहाड़ी अरावली के अधीन आती है, लेकिन वन विभाग भी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़े हुए है।

-वासुदेव, जिला खनन अधिकारी नारनौल।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.