योग विषय को परीक्षाओं में शामिल करने की मांग
पूर्व एसडीएम संदीप सिंह ने 21 जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग विषय को परीक्षाओं में शामिल करने की मांग की।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़ :
पूर्व एसडीएम संदीप सिंह ने 21 जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग विषय को संघ लोक सेवा आयोग, हरियाणा लोक सेवा आयोग, भारत देश के सभी लोक सेवा आयोग आदि के सिविल सर्विसेज परीक्षाओं में शामिल करने की मांग की है। उन्होंने केंद्र के साथ राज्य सरकारों से भी की है। संदीप सिंह ने एसडीएम रहते हुए लगभग 21 साल तक लोगों की सेवा करने के बाद पूर्ण रूप से जन सेवा करने के लिए ही बची हुई लगभग 11 साल की सर्विस छोड़ दी। पूर्व एसडीएम ने कहा कि उनका उद्देश्य क्षेत्र के युवाओं को रोजगार और हर व्यक्ति को उसका हक नहीं दिलवाना है। उन्होंने बताया कि योग विषय में डिग्री हासिल कर व्यक्ति प्रोफेसर तो बन सकता है लेकिन अधिकारी नहीं। अब पूर्व एसडीएम संदीप सिंह ने योग विषय को संघ लोक सेवा आयोग, हरियाणा लोक सेवा आयोग, भारत देश के सभी लोक सेवा आयोग आदि की परीक्षाओं के सिलेबस में लागू करवाने के लिए पत्र भेजे हैं। 28 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भेज गए पत्र में अनुरोध किया है कि सभी यूपीएससी एवं स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन की परीक्षाओं में योग विषय को शत प्रतिशत शामिल किया जाए ताकि पूरे विश्व में यह संदेश जाए कि भारत देश ने अपनी विरासत को आगे बढ़ाने का कार्य दिखाया है। पूर्व एसडीएम ने बताया कि योग में शारीरिक और मानसिक सभी प्रकार के विकास को सम्मिलित किया गया है। वर्तमान में बहुत से छात्र जो योग के विषय में स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके है। देश की सेवा में अपने आपको समर्पित करना चाहते हैं लेकिन प्रथम श्रेणी की प्रतियोगिता परीक्षाएं आईएएस, आईपीएस योग विषय के साथ उत्तीर्ण नहीं कर सकते। योग डिग्री धारक व्यक्ति या तो योगा टीचर बन सकता है या फिर योगा इंस्ट्रक्टर या फिर योगाचार्य बनकर ही रह जाता है।