बाइपास पर अंडरपास बनवाने की मांग को लेकर दिया धरना
निर्माणाधीन नेशनल हाइवे नंबर-11 पर गांव मिर्जापुर-बाछौद बाईपास पर अंडरपास बनवाने की मांग की गई।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
निर्माणाधीन नेशनल हाइवे नंबर-11 पर गांव मिर्जापुर-बाछौद बाईपास के समीप गांव से भीलवाड़ा-ताजपुर-फतनी गांव की ओर जाने वाले 22 फुट रास्ते पर अंडरपास बनाने की मांग को लेकर ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों ने बाईपास पर अंडरपास वाले स्थान पर कार्य बंद करवा दिया है। रविवार ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व हाईवे अथॉरिटी से बाईपास पर अंडरपास बनवाने की गुहार लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर अंडरपास नहीं बना तो आधे गांव को उक्त गांवों को जाने के लिए दो किमी विपरीत दूरी तय करनी पड़ेगी। धरने का नेतृत्व शेरसिंह प्रधान ने किया। धरने पर बैठे छोटेलाल, सोमदत्त, संपत सिंह, ब्रह्मप्रकाश, शीशपाल, गजराज सिंह, सुंदरसिंह, पूर्व सरपंच बाबूलाल, महावीर, मनोहर लाल, महीपाल, अमरसिंह, कालूराम, बसंत लाल आदि ने बताया कि हाईवे बनने के बाद गांव के लोगों को मार्ग पर चढ़ने के लिए अगर अंडरपास नहीं बनता है तो ग्रामीणों को हवाई पट्टी की ओर 2 किमी विपरीत दूरी तय कर आना पड़ेगा। ग्रामीणों ने बताया कि इस ओर गांव का नया श्मशान घाट प्रस्तावित है, इसलिए इस तरफ अंडरपास की खास जरूरत है। अगर अंडरपास नहीं बना तो गांव के लोगों को खेतों से पशुओं के चारे आदि के लिए ज्यादा दिक्कत हो जाएगी। गांव के बाईपास से पड़ोसी गांव भीलवाड़ा की तरफ गांव की कृषि की 500 एकड़ जमीन लगती है। इससे किसानों को खेती करने में भी दिक्कत हो जाएगी। प्रधान शेर सिंह ने बताया कि बाईपास की ओर पड़ोसी गांव भीलवाड़ा, ताजपुर, फतेहपुर, पृथ्वीपुरा, राजपुरा, कुंजपुरा, श्यामपुरा आदि गांवों की ओर 22 फुट का रास्ता जाता हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी तब तक उनका धरना जारी रहेगा।