नौकरी से हटाने के विरोध में बाल सेविकाओं ने दिया धरना
बाल सेविका सहायिका यूनियन हरियाणा की संबंधित आल इंडिया यूटीयूसी एवं हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच ने आंगनबाड़ी की जिला कार्यक्रम अधिकारी के कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया। धरने में जिले की 20 बाल सेविका वर्कर की नौकरी टर्मीनेशन करने का विरोध किया तथा पुन: सर्वे करवाने कराने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की पीओ को ज्ञापन सौंपा गया।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
बाल सेविका सहायिका यूनियन हरियाणा की संबंधित आल इंडिया यूटीयूसी एवं हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच ने आंगनबाड़ी की जिला कार्यक्रम अधिकारी के कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया। धरने में जिले की 20 बाल सेविका वर्कर की नौकरी टर्मीनेशन करने का विरोध किया तथा पुन: सर्वे करवाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की पीओ को ज्ञापन सौंपा गया।
इस अवसर पर जिला प्रधान लक्ष्मी देवी ने कहा कि हम 6 वर्ष तक बच्चों का पालन पोषण कर राष्ट्र निर्माण में भूमिका निभा रही हैं, परन्तु जबसे हमें एक जनवरी 2017 से महिला बाल विकास विभाग ने अंडर में लिया है। उनसे अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। उन्हें न तो मी¨टग में बुलाया और न ही कोई गाइड लाइन जारी की गई। प्रशिक्षण और पोषाहार भी नहीं दिया गया। फिर भी हमने अपने खर्च पर बच्चों को पोषण दिया। अगर हमारी रिपोर्ट सरकार के पास सही नहीं भेजी तो 28 अगस्त को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। साथ ही निदेशक महिला बाल चंडीगढ़ विभाग व मुख्य सचिव को भी ज्ञापन दिए जाएंगे। इस मौके पर कार्यकर्ताओं व सहायिका संतोष, सुनीता, लक्ष्मी, विनोद, सुजाता व राजेश आदि उपस्थित थी।